आरकेडीएफ विश्वविद्यालय में “रोजगार की संभावनाएं और इंजीनियरिंग क्षेत्र में स्टार्ट-अप पोस्ट कोविड-19” विषयक वेबीनार आयोजित
रांची। राजधानी स्थित आरकेडीएफ विश्वविद्यालय में शनिवार को एक वेबीनार का आयोजन किया गया। जिसका शीर्षक “रोजगार की संभावनाएं और इंजीनियरिंग क्षेत्र में स्टार्ट-अप पोस्ट कोविड” रखा गया था।
इसमें गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के इंक्यूबेशन मैनेजर अमित रंजन ने बतौर मुख्य अतिथि
स्टार्ट-अप के विषय पर संबोधित करते हुए कहा कि नई कंपनी को शुरू करके उसे डेवेलप करने को स्टार्ट-अप कहा जाता है। स्टार्ट-अप कई युवा खुद या दो तीन लोगों के साथ मिलकर शुरू कर सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार की बहुत सारी नई योजनाएं संचालित की जा रही है, जो आज की युवा वर्ग के लिए बहुत मददगार है। उन्होंने स्टार्ट-अप को समझाते हुए नए व्यवसाय के प्रकारों पर भी प्रकाश डाला। नए व्यवसाय शुरू करने के लिए आवश्यक योजना और उससे जुड़े सरकारी नियमों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे स्टार्ट-अप शुरू करें और अपने विचारों को धरातल पर लाए। सरकार की नई योजनाओं को समझाते हुए उनके माइक्रो,स्मॉल और मीडियम इंटरप्राइजेज के नियमों और संसाधनों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। आरकेडीएफ विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. अमित कुमार पांडे ने स्टार्ट-अप पर प्रकाश डालते हुए बताया कि स्टार्ट-अप के लिए रेलवे, एयरपोर्ट सेवाओं, खाद्य प्रसंस्करण, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियरिंग, सौर ऊर्जा और रक्षा के क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं हैं। वेबीनार का संचालन विश्वविद्यालय के डॉ. राजीव रंजन (डीन, इंजीनियरिंग विभाग) ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अनिता कुमारी (डायरेक्टर एकेडमिक्स) ने किया। इस वेबीनार में यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर एस. चटर्जी, रजिस्ट्रार डॉ. अमित कुमार पांडे, डॉ. स्नेहा पांडे, प्रोफेसर नीलू कुमारी, डॉ. कुमकुम खवास, पंकज चटर्जी, डॉ. सोमनाथ चौधरी, डॉ. शीतल टोपनो, डॉ. दीप्ति कुमारी, डॉ. ललिता, डॉ. रेणुका पोद्दार, प्रसून कुमार, संजय गुप्ता ( जी एम, संपर्क) ऋषि कुमार, एवं सभी शिक्षक गण, छात्र-छात्राएं तथा विभिन्न संस्थानों के शिक्षक और छात्र छात्राएं भी सम्मिलित हुए।