जनमंच-रांची रिवॉल्ट” की वर्चुअल बैठक में बोले बाबूलाल मरांडी, आपदा को अवसर समझना मानवता विरोधी कदम

जनमंच-रांची रिवॉल्ट” की वर्चुअल बैठक में बोले बाबूलाल मरांडी, आपदा को अवसर समझना मानवता विरोधी कदम

रांची : शहर की लोकप्रिय सामाजिक संस्था जन मंच-रांची रिवोल्ट की ऑनलाइन बैठक शनिवार को हुई। वर्चुअल मीटिंग को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि निजी अस्पताल प्रबंधन आपदा को अवसर नहीं समझें. ऐसा करना मानवता विरोधी कदम है। उन्होंने निजी अस्पताल के संचालकों को नसीहत देते हुए कहा कि सेवा भावना से काम करें। वर्तमान संक्रमण काल में कार्य कर रहे सभी चिकित्साकर्मियों के उत्कृष्ट कार्यों की भी उन्होंने सराहना की। कोरोना संक्रमण काल के दौरान जनमंच-रांची रिवॉल्ट द्वारा समाज हित में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने अपील की कि सभी वैक्सीन जरूर लगवायें और सरकारी निर्देशों का पालन करें, बहुत आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें। श्री मरांडी ने अपने संदेश में कहा कि आपदा काल में सभी सक्षम लोग सामने आकर बीमार, कमजोर, आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों की सेवा के लिए जो भी संभव है, सहायता अवश्य करें। श्री मरांडी ने कहा कि किसी को भी इलाज सम्बन्धित कोई दिक्कत होती है, तो वह उनके निजी मोबाइल नंबर 8674922223 पर व्हाट्स एप मैसेज करें, वो हर संभव मदद की कोशिश करेंगे।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए डॉ. प्रणव कुमार बब्बू ने कहा कि जन मंच- रांची रिवोल्ट के माध्यम से राज्य के लोगों के बीच लगातार जनसंपर्क कर सरकारी नियम निर्देशों के पालन के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। डॉ. बब्बू ने सभी से अपने आसपास के बीमार लोगों और उनके परिजनों की हर संभव सहायता करने की सभी से अपील की।
बैठक में विजय दत्त पिंटू, राकेश रंजन बबलू, मुकेश कंचन, डॉ.अनल सिन्हा, सूरज कुमार सिन्हा, जयशंकर जयपुरियार,कुंदन लाल, राजीव रंजन सिंहा, अखौरी उत्तम कुमार, प्रिया मुंडा, सुजाता भगत, अनुपमा प्रसाद, रीना सहाय, कुमकुम गौड़,प्रकृति प्रसाद, प्रीति सिन्हा, केका रॉय, रेणु धर, पूजा पांडे,पम्मी, प्रो. आभा रंजन, मीनाक्षी, श्वेता पाटकर, रश्मी पांडे, राखी कुमारी, सोनी पाण्डे, सोनी तिग्गा, ललन सिंह, आलोक परमार, अनुपम कुमार, मुकेश सिन्हा, दिनेश प्रसाद सिन्हा,पप्पू वर्मा , सुजीत कुमार, अमित कुमार, संदीप कुमार, मालचंद रॉय, उपेंद्र कुमार बबलू, गोपाल सिंह, एम. बी. लाल, संदीप पासवान, प्रमोद श्रीवास्तव, कमल पांडे, मुन्ना यादव, सुनील टोप्पो रेहान अंसारी, जयदीप सहाय समेत 90 लोगों ने अपने विचार रखे।