बख्तियारपुर डाकघर के पोस्टमास्टर की मनमानी, बचत खाताधारक के खाते में नहीं कर रहे राशि स्थानांतरित

बख्तियारपुर डाकघर के पोस्टमास्टर की मनमानी से बचत खाता धारक परेशान, बोले पोस्टमास्टर आपको जहां जाना है जाइए, जहां शिकायत करना है, कीजिए । मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।

बख्तियारपुर डाकघर के पोस्टमास्टर की मनमानी, बचत खाताधारक के खाते में नहीं कर रहे राशि स्थानांतरित

पटना/बाढ़ : बख्तियारपुर (पटना) स्थित डाकघर के पोस्टमास्टर की मनमानी से बचत खाता धारकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में करनौती उप डाकघर अंतर्गत एक भुक्तभोगी खाताधारक दीपक कुमार ने बताया कि उन्होंने लगभग 5 वर्ष पूर्व बख्तियारपुर डाकघर में अपनी और अपनी पत्नी सोनी देवी के नाम से राशि 5 वर्ष के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट कराया था। जिसकी मियाद 16 दिसंबर 2019 को पूरी हो गई। इसके बाद दीपक ने फिक्स डिपोजिट के प्रमाण पत्र सहित अन्य वांछित कागजात बख्तियारपुर डाकघर में जमा कर राशि को अपने बचत खाते में स्थानांतरित करने हेतु आवेदन दिया। इस बीच उन्होंने पोस्ट मास्टर से कई बार बचत खाते में राशि स्थानांतरित करने का अनुरोध किया। हर बार पोस्ट मास्टर की ओर से लिंक फेल होने की बात कह कर टालमटोल किया जाता रहा। पुनः दीपक कुमार ने 4 जनवरी 2020 को पोस्ट मास्टर से संपर्क कर उनसे राशि यथाशीघ्र बचत खाते में स्थानांतरित करने का अनुरोध किया। इस पर पोस्टमास्टर ने उन्हें कोई संतोषप्रद उत्तर नहीं दिया। इससे निराश होकर उन्होंने एक मीडिया कर्मी से संपर्क साधते हुए इस मामले में सहयोग मांगा और पोस्ट मास्टर से मीडिया कर्मी की बात कराने की कोशिश की। लेकिन पोस्टमास्टर ने साफ तौर पर कह दिया कि मैं मीडिया से बात नहीं करता हूं। आपको जहां जाना है जाइए, जहां शिकायत करना है, कीजिए । मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।

दीपक ने बताया कि बख्तियारपुर पोस्टमास्टर का यह व्यवहार सिर्फ उन्हीं के साथ ही नहीं है, बल्कि आम ग्राहकों और खाताधारकों को परेशान करना उनकी आदत है। बताते हैं कि बख्तियारपुर पोस्ट मास्टर का ग्राहकों के साथ दुर्व्यवहार आम बात है। इससे आम लोगों के बीच पोस्ट ऑफिस की कार्यशैली और विश्वसनीयता पर भी सवालिया निशान लग रहा है। दीपक कुमार ने कहा कि उनका अपना ही पैसा डाकघर से निकालने में इतनी मशक्कत करनी पड़ रही है। पेशे से व्यवसायी दीपक को राशि नहीं निकल पाने के कारण व्यवसाय में भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि एक-दो दिनों में उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो इस संबंध में वे डाक विभाग के शीर्ष अधिकारियों से शिकायत कर समस्या के निराकरण के लिए अनुरोध करेंगे।