आरकेडीएफ विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय वेबीनार आयोजित
चुनौतियों को अवसर में बदलें : डॉ.इंद्रनील बोस
- जीवन के हर क्षेत्र में चुनौतियां हैं। जरूरत है इन चुनौतियों का विवेकपूर्ण तरीके से सामना करते हुए इसे अवसर में बदलने की। उक्त बातें युनाइटेड किंगडम स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ बोल्टोन के डीन और जाने-माने एचआर प्रोफेशनल डॉ.इंद्रनील बोस ने आरकेडीएफ यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय वेबीनार में बतौर मुख्य वक्ता कही। वेबीनार का विषय “अंडरस्टैंडिंग पीपुल एनालिटिक्स इन काॅरपोरेट स्ट्रैटजी” रखा गया था। डॉ.बोस ने छात्रों और फैकल्टी मेंबर को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी टास्क को पूरा करने के लिए पहले लक्ष्य निर्धारित करें। तत्पश्चात लक्ष्य की प्राप्ति के लिए लगन और निष्ठा से जुट जाएं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में वैश्विक महामारी कोरोना का प्रकोप संपूर्ण मानवता के लिए गंभीर चुनौती बनी हुई है। पूरे विश्व में कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण से अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। आर्थिक मंदी के दौर से दुनियाभर के दिग्गज और शक्तिशाली देश गुजर रहे हैं। भारत भी इससे अछूता नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे संकट के समय रोजगारोन्मुख व्यावसायिक पाठ्यक्रमों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। नये रोजगार के अवसर सृजित करने और आर्थिक मंदी के दौर से उबरने के लिए योजनाबद्ध तरीके से प्रभावी कदम उठाए जाने की जरूरत है। उन्होंने वेबीनार के माध्यम से छात्रों और फैकल्टी मेंबर को अपने अनुभवों के आधार पर आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए आवश्यक तत्वों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में पूरी दुनिया की पैनी नजर भारतीय व्यापार जगत की गतिविधियों पर है। विश्व के कई विकासशील देश भारत को एक अवसर के तौर पर देख रहे हैैं। उन्होंने कहा कि भारत की लेबर पॉलिसी को स्ट्रीम लाइन करने की जरूरत है, ताकि विदेशी कंपनियां भी भारत में आकर अपना व्यवसाय कर सके। इससे रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि भारत इस कोरोना संकट काल में एक उभरता हुआ कर्मक्षेत्र बनने वाला है। इस वेबीनार में डेढ़ सौ छात्रों व शिक्षकों ने हिस्सा लिया। वेबीनार का संचालन प्रो. पंकज चटर्जी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ.अमित कुमार पांडे (रजिस्ट्रार आरकेडीएफ विश्वविद्यालय) ने किया।