बाल दिवस पर ‘शब्दाक्षर’ द्वारा ‘बाल कवि खोज राष्ट्रीय प्रतियोगिता’ का आयोजन
अमरेन्द्र कुमार सिंह
गया। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर मनाए जाने वाले बाल दिवस के सुअवसर पर साहित्यिक संस्था ‘शब्दाक्षर’ की दिल्ली प्रदेश इकाई द्वारा कनिष्ठ तथा वरिष्ठ वर्ग के लिए दो सत्रों में ‘बाल कवि खोज राष्ट्रीय प्रतियोगिता’ का आयोजन किया गया। इस काव्यगोष्ठी के उद्घाटनकर्ता ‘चल जाल फेंक दे रे मछेरे, जाने किस मछली में बंधन की चाह हो’ जैसी कालजयी रचना के सृजनकर्ता प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय गीतकार डॉ बुद्धिनाथ मिश्र थे। डॉ बुद्धिनाथ मिश्र, शब्दाक्षर के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दयाशंकर मिश्र तथा आयोजन के मार्गदर्शक शब्दाक्षर बिहार प्रदेश के अध्यक्ष प्रो मनोज मिश्र, प्रधान अतिथि शब्दाक्षर के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविप्रताप सिंह के आशीर्वचनों के उपरांत शब्दाक्षर दिल्ली प्रदेश की अध्यक्ष संतोष संप्रीति ने सभी अतिथियों की साहित्यिक उपलब्धियों पर सविस्तार प्रकाश डालते हुए स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत किया। काव्य गोष्ठी (कनिष्ठ वर्ग) के अध्यक्ष शब्दाक्षर दिल्ली के प्रचार मंत्री श्री कांत उपाध्याय व विशिष्ट अतिथि हिन्दुस्तानी भाषा अकादमी, दिल्ली के अध्यक्ष श्री सुधाकर पाठक थे। निर्णायक मंडल के सदस्यों में शब्दाक्षर के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह ‘सत्य’, दिल्ली की प्रसिद्ध लेखिका-सह-शिक्षाविद डॉ करुणा शर्मा, शब्दाक्षर की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो डॉ कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी तथा शब्दाक्षर गोवा प्रदेश अध्यक्ष वंदना चौधरी थे। प्रथम सत्र का संचालन शब्दाक्षर दिल्ली के प्रदेश सचिव श्री पंकज तथा धन्यवाद ज्ञापन जिलाध्यक्ष चंद्रमणि मणिका ने किया। इस काव्यगोष्ठी में बिहार, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, ओड़िशा,छत्तीसगढ़, झारखंड तथा राजस्थान से जुटे बाल कवि तथा कवयित्रियों ने माता-पिता के स्नेह, महिला सशक्तीकरण, जल प्रदूषण, बचपन, किताबों की महत्ता, जीवन-मृत्यु, देशभक्ति जैसे गंभीर विषयों पर हतप्रभ कर देनी वाली एक से बढ़कर एक स्वरचित कविताएँ पढ़ीं।प्रथम सत्र में कनिष्ठ वर्ग काव्यगोष्ठी में बिहार की समृद्धि शौर्य ने किताबों की महत्ता पर रचित कविता का पाठ कर सभी का हृदय जीत लिया। शब्दाक्षर के संस्थापक-सह-राष्ट्रीय अध्यक्ष रविप्रताप सिंह ने कहा कि कार्यक्रम की सफलता का पता इसी से लगाया जा सकता है कि उद्घाटनकर्ता आदरणीय डॉ बुद्धिनाथ मिश्र सहित सभी गणमान्य अतिथि काव्यगोष्ठी के दोनों सत्रों में प्रारंभ से अंत तक बाल कवियों की रचनाएँ सुनते हुए उत्साहवर्द्धन स्वरूप अपनी बहुमूल्य टिप्पणियाँ देते रहे। उन्होंने समस्त शब्दाक्षर परिवार को सफल आयोजन हेतु हार्दिक शुभकामनाएंँ दीं।’शब्दाक्षर’ की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रोफेसर डॉ कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी ने भी काव्य समारोह के सफल आयोजन पर हार्दिक खुशी जताते हुए बतलाया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सिंह के निर्देशानुसार आगामी 21 नवंबर को गाँधी शांति प्रतिष्ठान, नई दिल्ली में आयोजित होने वाले ‘शब्दाक्षर’ के राष्ट्रीय कवि सम्मेलन-सह-पुस्तक लोकार्पण समारोह में आज की इस बाल कवि खोज प्रतियोगिता के दोनों सत्रों में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थानों पर चयनित बालकवियों को सम्मानित किया जाएगा तथा उनके द्वारा प्रस्तुत कविताओं को शब्दाक्षर के बाल काव्य-संग्रह में शामिल भी किया जाएगा। ज्ञात हो कि शब्दाक्षर द्वारा आगामी 21 नवंबर को जमीनी स्तर पर आयोजित होने वाले ‘राष्ट्रीय कवि सम्मेलन-सह-पुस्तक लोकार्पण समारोह’ में पूरे भारतवर्ष से शब्दाक्षर के पदाधिकारी तथा प्रसिद्ध साहित्यकार शामिल होंगे। द्वितीय सत्र में वरिष्ठ वर्ग के बच्चों के लिए आयोजित काव्यगोष्ठी के अध्यक्ष शब्दाक्षर दिल्ली के अर्थ मंत्री सुशील शैली तथा विशिष्ट अतिथि महात्मा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय के दूरशिक्षा निदेशालय के प्रो हरीश अरोड़ा थे। निर्णायक मंडल के सदस्यों में प्रसिद्ध लेखक डॉ सुरेश चंद्र शर्मा, शब्दाक्षर उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष महावीर सिंह वीर, राष्ट्रीय साहित्य मंत्री नीता अनामिका तथा शब्दाक्षर कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष सुनीता सैनी गुड्डी थे। मंच संचालन तथा धन्यवाद ज्ञापन शब्दाक्षर दिल्ली की संगठन मंत्री डॉ विभा जोशी विभूति ने किया।कार्यक्रम के अंत में मंचासीन सभी अतिथियों तथा साहित्यकारों ने काव्यपाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर डाला। वहीं दूसरी ओर शब्दाक्षर के केन्द्रीय पेज से शब्दाक्षर की राष्ट्रीय साहित्य मंत्री-सह-वार्ताकार नीता अनामिका ने हिन्दुस्तानी भाषा अकादमी, दिल्ली के अध्यक्ष सुधाकर पाठक का साहित्यिक साक्षात्कार लिया, जिसमें श्री पाठक ने हिन्दी भाषा को निर्विकल्प बताते हुए उसके प्रचार-प्रसार हेतु सरकारी स्तर पर अभियान चलाने की बात कही।