लाॅकडाउन से पेट्रोलियम पदार्थों की खपत घटी

डीजल-पेट्रोल की बिक्री में 50 प्रतिशत की गिरावट

लाॅकडाउन से पेट्रोलियम पदार्थों की खपत घटी

रांची. वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर का बुरा असर पेट्रोलियम पदार्थों की बिक्री पर भी हुआ है. झारखंड में लागू लॉकडाउन के दौरान वाहनों का आवागमन भी काफी कम हो गया है. नतीजतन पेट्रोल-डीजल की खपत में भी कमी आई है. इस संबंध में झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के प्रवक्ता प्रमोद कुमार ने बताया कि पूरे राज्य में स्थित पेट्रोल पंपों की बिक्री में लगभग 50 से 55 प्रतिशत की गिरावट आई है. गौरतलब है कि झारखंड में इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम द्वारा पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति की जाती है. वहीं, निजी क्षेत्र के उपक्रम रिलायंस इंडस्ट्रीज के भी कुछ पेट्रोल पंप हैं. राजधानी रांची के बिरसा चौक (चेक पोस्ट) स्थित इंडियन ऑयल के डीलर इंद्रप्रस्थ पेट्रोल पंप के संचालक सुरेंद्र राय ने बताया कि पेट्रोल डीजल की बिक्री लॉकडाउन के चलते काफी कम हो गई है. इंधन की मांग घटने से बिक्री में लगभग 65 प्रतिशत कमी हुई है. उन्होंने बताया कि इसमें भी 35 प्रतिशत पेट्रोल-डीजल की बिक्री सुबह पांच बजे से लेकर अपराहन एक बजे तक होती है. शेष 10 प्रतिशत बिक्री अपराहन दो बजे से लेकर देर रात तक होती है. इस दौरान रात्रि बेला में एंबुलेंस, सुधा डेयरी सहित अस्पतालों के वाहन डीजल- पेट्रोल लेने आते हैं. पब्लिक ट्रांसपोर्ट का आवागमन अपराहन दो बजे के बाद से रात देर रात तक लगभग नगण्य है. उन्होंने बताया कि जहां सामान्य दिनों में प्रतिदिन 18 से 20 हजार लीटर पेट्रोल-डीजल की बिक्री होती थी. वहीं लाॅकडाउन लागू होने से बिक्री मात्र 6 से 7 हजार लीटर तक ही हो रही है. उन्होंने बताया कि लाॅकडाउन के चलते पेट्रोल-डीजल की मांग घटने के कारण बिक्री काफी कम हो गई है. लेकिन अन्य खर्च यथावत है. इससे पेट्रोलियम पदार्थों के डीलरों की समस्याएं बढ़ गई है और उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.