वृक्ष बी द चेंज पाठशाला के साथ संस्कार शाला- प्रकाश राम पटवा
अमरेन्द्र कुमार सिंह
गया । बाल दिवस के अवसर पर वृक्ष बी द चेंज संस्था के संस्थापक चंद्रकांत पाटेश्वरी ने कहा बच्चों में संस्कारों का विकास हमेशा अपने से बड़े को देखकर ही होता है, इसलिए अपने आचरण को सही रखना भी उतना ही जरूरी है जितना बच्चे पर ध्यान देना, कहते हैं ना अगर ठीक से खाद डाली जाए तो पौधा बहुत सुंदर होता है ,और संस्कार उसी खाद का काम करती है। वृक्ष बी द चेंज पाठशाला के प्रेसिडेंट डूगेश्वर प्रसाद ने कहा आज के व्यस्त जीवन में जहां माता-पिता दोनों ही कामकाजी है, बच्चे की हर गतिविधि पर पूरा ध्यान दें पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है , ऐसे में वृक्ष बी द चेंज पाठशाला का शिक्षक शिक्षिकाएं के द्वारा शिक्षा के साथ-साथ संस्कारशाला का कार्य करती है।
दूरसंचार सलाहकार समिति सदस्य प्रकाश राम पटवा ने बताया की संस्कार हमारी जीवन शक्ति है ,यह एक निरंतर चलने वाली ऐसी दीपशिखा है ,जो जीवन के अंधेरे मोड़ पर भी प्रकाश की किरने बिखेर देती है। जिनके आगे संसार की धन दौलत का कुछ भी मोल नहीं है ,वास्तव में बच्चे तो कच्चे धड़े के समान होते हैं। उन्हें आप जैसा आकार में ढलेगे ,उसी आकार में ढल जाएगी ,इसलिए माता-पिता संस्कारवान बने, और इस पाठशाला के साथ संस्कारशाला तथा खेलकूद, स्वास्थ्य के लिए तथा संगीत के साथ बच्चे के विकास के लिए वृक्ष बी द चेंज संस्था द्वारा निशुल्क पाठशाला के द्वारा गरीब असहाय बच्चे बच्चियों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार देना काफी सराहनीय है । इस अवसर पर किशुनचंद ,रंजीत कुमार,विशाल रंजन, बिंदु देवी इत्यादि द्वारा सभी छात्र छात्राओं को बाल दिवस की शुभकामनाएं उनके उज्जवल भविष्य मंगलमय कामना की गई।