माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों ने काला बिल्ला लगाकर किया कार्य
यदि सरकार इनकी माँगों पर उचित निर्णय नहीं लेती है तो आनेवाले समय में शिक्षक धरना प्रदर्शन और आमरण अनशन का रुख अख्तियार करेंगे।
झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ,झारखंड प्रदेश के महासचिव रविंद्र प्रसाद सिंह के आह्वान पर जिले के सरकारी माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के साथ साथ अल्पसंख्यक विद्यालयों के शिक्षकों ने सरकार के उदासीन रवैया के खिलाफ अपने अपने विद्यालयों में शनिवार को काला बिल्ला लगाकर सांकेतिक विरोध दर्ज करते हुए कार्य किया।
विदित हो कि पूर्व में संघ की राज्य स्तरीय बैठक हुई थी, जिसकी अध्यक्षता कार्यकारी अध्यक्ष यशवंत विजय ने किया था, उसमें संघ के पदाधिकारियों ने निर्णय लिया था कि यदि सरकार विद्यालय और शिक्षक हित में तीन प्रमुख माँगों को लेकर सरकार निर्णय नहीं लेती हैं तो शिक्षक आंदोलन को बाध्य होंगे। इसके लिए संघ ने ज्ञापन के जरिए सरकार का ध्यान आकृष्ट किया था।
ये हैं प्रमुख माँगें
♦राज्य के अन्य कर्मियों की भांति सरकारी शिक्षकों को भी एम ए सी पी का लाभ दिया जाय
♦राज्य में माध्यमिक विद्यालय में वर्षों से रिक्त पड़े प्रधानाध्यापक पदों को सीधी और वर्तमान में कार्यरत शिक्षकों के वरीयता के आधार पर भरा जाय
♦सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस और प्रखंड स्तरीय आदर्श विद्यालय में पदस्थापन हेतु चल रही अव्यवहारिक प्रक्रिया बंद हो तथा माध्यमिक संवर्ग में वर्षों से लंबित समस्याओं का तुरंत निराकरण हो
इन माँगों को लेकर जिले के तमाम माध्यमिक शिक्षकों ने काला बिल्ला लगाकर कार्य करते हुए सरकार और विभाग के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि यदि सरकार इन प्रमुख मांगो पर उचित निर्णय नहीं लेती हैं तो आनेवाले समय में शिक्षक धरना प्रदर्शन और आमरण अनशन का रुख अख्तियार करेंगे। संघ के प्रमंडलीय सचिव कुर्बान अली ने रांची, सिमडेगा, गुमला, लोहरदगा, खूंटी जिलों के अध्यक्ष और सचिव को इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया।संघ के जिला अध्यक्ष सफदर इमाम, उपाध्यक्ष भबेश चन्द्र महतो और सचिव मुकेश कुमार सिंह ने एकदिवसीय सांकेतिक विरोध के कार्यक्रम की सफलता पर आभार प्रकट किए। कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला संघ के प्रमुख पदाधिकारी मोहनलाल महतो, महफिल अंसारी,आनन्द मिंज, प्रेम साहू, अनिल नाथ साहदेव ,तरुण कुजूर,समीर हजाम,ज्योति कुमारी, अद्वैत चैतन्य, अभिलाषा कुमारी, अनिता कुमारी, सुनिला रोजी बाखला,अनिल कुमार, विवेक कुमार, तरुण नाग, ओम प्रकाश पाठक,रंगेश शेखर, मंजुला एक्का,यशपाल महतो, प्रवीण प्रसाद, चंद्रशेखर पांडेय,राजेश नंद , सुरेश चंद्र महतो,इफ्तेखार आलम ,आश्रित खाखा,मारिया पूनम कुजूर ,स्वेता जायसवाल ,अहमद अहसन बेलाली सहित जिला कार्यकारिणी के कई सक्रिय सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।