सरला बिरला पब्लिक स्कूल में तीन दिवसीय मानविकी महोत्सव-2024
कक्षा ग्यारहवीं से बारहवीं तक के प्रतिभागियों ने टी-शर्ट और चेहरे की पेंटिंग के माध्यम से सतत् विकास के महत्व को उजागर किया।
सरला बिरला पब्लिक स्कूल, रांची में ‘सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स’ (सतत् विकास) पर आधारित तीन दिवसीय महोत्सव का आयोजन मानविकी संकाय द्वारा किया गया। इस महोत्सव के प्रमुख आयोजनों में पहले दिन, ‘जी20 शिखर सम्मेलन‘ और ‘आर्टिस्टिक ऑरा‘ शामिल थे। जी20-शिखर सम्मेलन में, छात्रों ने विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व किया और सतत् विकास पर उनके दृष्टिकोण और उनकी उपलब्धियों की जानकारी दी। इस दौरान प्रश्नोत्तर सेशन का भी आयोजन किया गया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। कक्षा ग्यारहवीं से बारहवीं तक के प्रतिभागियों ने टी-शर्ट और चेहरे की पेंटिंग के माध्यम से सतत् विकास के महत्व को उजागर किया। इन दोनों आयोजनों का मूल्यांकन एक पैनल द्वारा किया गया जिसमें प्रमुख शिक्षाविद श्रीमती सुचित्रा मुखर्जी तथा सरला बिरला विश्वविद्याल, अंग्रेजी विभाग के डॉ. संजीव श्रीवास्तव और डॉ. स्वातिलेखा महतो शामिल थे। सभी ने आयोजकों और प्रतिभागियों की मेहनत की सराहना की।
दूसरे दिन, का कार्यक्रम भारतीय और अंतरराष्ट्रीय प्रभावशाली व्यक्तियों पर आधारित था। इसमें प्रतिभागियों ने प्रियंका चोपड़ा, भुवन बाम, टेलर स्विफ्ट, कुश कपिला, और केट मिडलटन जैसे प्रसिद्ध लोगों की भूमिका निभाई। इन ‘प्रभावशाली व्यक्तियों‘ ने भाषण दिए और पूछे गए सवालों के जवाब दिए, जिनमें से कई ने बहुत आत्मविश्वास से उत्तर दिए। यह एक ऐसा विषय था जिसे युवाओं ने बहुत पसंद किया।
तीसरे दिन का कार्यक्रम, ‘फ्रीकी फाइंडर्स‘ पर आधारित था। इसमें टीमों को कुछ सुरागों के जवाब ढूंढ़ने थे, एक निर्धारित समय में एक कार्य पूरा करना था, और अंत में एक क्रॉसवर्ड पहेली हल करनी थी। यह एक बेहद रोमांचक और मजेदार अनुभव था, जिसने महोत्सव का समापन ऊर्जा और उत्साह से भरपूर तरीके से किया। यह महोत्सव सरला बिरला पब्लिक स्कूल के मानविकी विभाग द्वारा पूरी तरह से संचालित और आयोजित किया गया था।
प्राचार्या श्रीमती परमजीत कौर ने छात्रों की मेहनत और समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि हमारे शिक्षार्थी आत्मविश्वास और उत्साह के साथ किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं। उन्होंने इस महोत्सव को सफल बनाने में मानविकी विभाग और सभी छात्रों की भूमिका की प्रशंसा की और विश्वास जताया कि हमारे छात्रों में हर चुनौती को स्वीकार करने और उसमें सफल होने की अद्भुत क्षमता है।