जिस सुशासन सरकार के मंत्रियों के घर बाढ़ के पानी में डूबा हो, वो सरकार जनता को क्या बचाएगी-जाप।
भ्रष्टाचार का आलम यह है कि गया के कल्याण विभाग में लगातार करोड़ों का घोटाला हो रहा है, फिर भी दोषी को नेताओं व अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है।

गया :

जन अधिकार युवा परिषद, के जिला अध्यक्ष ओम यादव के नेतृत्व में लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर धरना जारी रखा। प्रदेश किसान प्रकोष्ठ अध्यक्ष जाप पार्टी सह वजीरगंज विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी राजीव कुमार कन्हैया ने कहा कि सूबे में हत्या, लूट, अपराध और भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। भ्रष्टाचार का आलम यह है कि गया के कल्याण विभाग में लगातार करोड़ों का घोटाला हो रहा है, फिर भी दोषी को नेताओं व अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है। उधर दूसरी ओर एक IAS ऑफिसर भ्रष्टाचार के खिलाफ थाने में FIR दर्ज कराने जाते हैं, लेकिन 3 दिनों के बीतने के बाद भी उस थाने में FIR दर्ज नहीं की जाती।
इतना ही नहीं जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव जी की रिहाई की मांग पार्टी के साथ जनता भी सरकार से लगातार कर रही है। लेकिन लगता है कि नीतीश सरकार अंधी के साथ-साथ बहरी भी हो चुकी है। इसीलिए तो तथाकथित सुशासन की सरकार जनता की तकलीफों को सुन नहीं पा रही है और उनकी मांगों को लगातार दरकिनार कर रही है। उधर दूसरी ओर उमैर खान ने कहा कि इस बारिश के मौसम में बिहार के कई ज़िले बाढ़ से प्रभावित हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिस सुशासन सरकार के मंत्रियों के घर बाढ़ के पानी में डूबा हो, वो सरकार जनता को क्या बचाएगी। इसलिए सरकार को कुम्भकर्णी नींद से जगाने के लिए हमारी पार्टी लगातार दो दिनों से भूख हड़ताल पर बैठ कर धरना दे रही है। ताकि तथाकथित सुशासन की सरकार को जनता का दुख दर्द दिखाई दे और सुनाई दे। तभी सरकार भ्रष्टाचार, लूट, हत्या और अपराध पर लगाम लगा सकेगी। इस मौके पर जाप प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल प्रसाद यादव, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष उमैर खान, प्रदेश किसान प्रकोष्ठ अध्यक्ष राजीव कुमार कन्हैया, प्रदेश सचिव सुधीर कुमार, छात्र नेता शशि चौधरी, नगर अध्यक्ष शोभित सिन्हा, युवा नेता गौतम कुमार, अर्जुन यादव, अजय मालाकार, संतोष यादव, राजीव राजेश साव, जितेंद्र साव, बादल यादव, टुनटुन यादव, शंकर यादव, लाल बाबू, सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।