वादों की बिसात ,नेता और जनता के बीच शह और मात का खेल ।

पहले चरण के वोटिंग में अब ज़्यादा समय नही बचे हैं ।तीन दिन बाद पहले चरण की वोटिंग होनी है। इन चुनावी वादों से ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे राजनीतिक दल जनता को सुविधा देने के लिए व्याकुल हुए जा रहे हैं ।

वादों की बिसात ,नेता और जनता के बीच शह और मात का खेल ।

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने जनता को लुभाने के लिए अपने -अपने वादों की बिसात बिछा दी है ।राजनेताओं ने अपनी चाल चल दी है ,अब बारी आनेवाली है जनता के चाल की । यह देखना काफ़ी रोचक होगा की राजनीतिक दल अपने चाल में कितना सफल हो पाते हैं ।जहाँ तक शह और मात की बात है तो नेताओं ने तो अपनी चाल चलकर यह दिखा दिया है कि जनता को आकर्षित करने के लिए उन्होंने शह दे दी है । अब आख़री बाज़ी जनता के हाथ में होगी जो ,राजनीतिक बिसात के विजेता को सिंघासन सौंपेगी ।

पहले चरण के वोटिंग में अब ज़्यादा समय नही बचे हैं ।तीन दिन बाद पहले चरण की वोटिंग होनी है। इन चुनावी वादों से ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे राजनीतिक दल जनता को सुविधा देने के लिए व्याकुल हुए जा रहे हैं ।हालाँकि राजनीतिक दलों द्वारा हर बार चुनाव के समय लुभावने वादे किए जाते रहे हैं ,लेकिन इस बार सभी पार्टियों ने अपने वादों में जनता का ख़ास ख़याल रखा है । समाज के सभी वर्गों को ख़ुश करने की कोशिस की गई है ।भले ही पहले की तरह ये वादे भी चुनाव जीतने के बाद जनता की नज़रों से ओझल हो जाएँ ।

अगर जीतनेवाली पार्टी सत्ता में आने के बाद अपने वादों पर खरी उतरती है तो फिर बिहार की जनता देश की अग्रणी राज्यों से कहीं भी पीछे नही रहेगी ।

अब जानिए अपने चहेते राजनीतिक दलों के वादे जो किसी ख़ास मौक़े पर ही किए जाते रहे हैं :-

राजपा (राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी “सत्य “) के वादे…

  • क्षेत्र के हर पंचायत तथा बड़े गाँव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण करवाना ।
  • बिहार के बेरोजगार युवाओं को स्वरोज़गार से जोड़ना ।
  • दियारा क्षेत्र में पक्का पुल का निर्माण करवाना ।
  • किसानों के लिए सरकारी मंदी का निर्माण ।
  • युवाओं को खेल कूद में प्रोत्साहित करने हेतु मैदान एवं सामग्री की व्यवस्था ।
  • क्षेत्र में एक स्थायी बस स्टैंड का निर्माण ।

राजद ( राष्ट्रीय जनता दल ) के वादे…

  • बिहार के बेरोजगार युवाओं को 10 लाख नौकरी देने का वादा। कैबिनेट की पहली बैठक में पहली दस्तखत के साथ शुरू होगी बहाली की प्रक्रिया। 
  • संविदा प्रथा को खत्‍म कर सभी कर्मचारियों को स्थाई किया जाएगा और समान काम का समान वेतन दिया जाएगा।
  • नए उद्योगों के लिए नई नीति लाई जाएगी, नए उद्योग स्थापित करने के लिए टैक्स नहीं देगा पड़ेगा।
  • किडनी मरीजों के लिए मुफ्त डायलासिस की व्यवस्था होगी। 
  • गांवों को स्मार्ट बनाया जाएगा और सीसीटीवी लगाए जाएंगे
  • बुजुर्गों और गरीबों का पेंशन 400 रुपये प्रति महीने से बढ़ाकर 1000 रुपये प्रति महीने किया जाएगा।
  • सरकारी नौकरी में बिहार के युवाओं को तरजीह देने के लिए राज्य सरकार डोमिसाइल पॉलिसी लाएगी।85 प्रतिशत पद बिहार के युवाओं के लिए आरक्षित करने का वादा।   
  • सभी विभागों में निजीकरण को समाप्त किया जाएगा। 
  • नियोजित शिक्षकों, वेतनमान कार्यपालक सहायकों, लाइब्रेरियन उर्दू शिक्षकों की बहाली की जाएगी।
  • सरकारी नौकरियों का फॉर्म भरने के लिए बिहार के युवाओं को आवेदन शुल्क नहीं देना होगा और परीक्षा केंद्र तक की यात्रा मुक्त होगी। 
  • हेल्थ केयर सेक्टर में निजी एवं असंगठित क्षेत्रों के माध्यम से प्रत्यक्ष नौकरियों व परोक्ष रोजगार के लाखों अवसर
  • जीविका कैडरों को नियमित वेतनमान पर स्थाई नौकरी के साथ समूहों के सदस्यों को ब्याज मुक्त ऋण देंगे।
  • बेरोजगार युवाओं को 1500 रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का वादा। 
  • किसानों का कर्ज माफ करने का वादा

भाजपा ( भारतीय जनता पार्टी ) का घोषणा-पत्र: 

बीजेपी ने बिहार के लिए अपने विजन डाक्‍यूमेंट में 11 संकल्प किए हैं। इनमें सबसे पहला है कि अगर सत्ता में आए तो कोरोना वैक्सीन का मुफ्त टीकाकरण किया जाएगा। बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में 19 लाख नौकरी देने का भी वादा किया है। तो चलिए जानते हैं अन्य वादे…

  • कोरोना वैक्सीन उपलब्ध होने पर हर बिहारवासी का मुफ्त में होगा टीकाकरण
  • सरकार बनने के एक साल के भीतर हर तरह के स्कूलों और विश्वविद्यालयों में 3 लाख शिक्षकों की भर्ती का वादा
  • एक करोड़ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का वादा
  • बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में कुल 19 लाख रोजगार देने का भी वादा किया है
  • 2022 तक 30 लाख लोगों को पक्के मकान देने का वादा
  • मेडिकल और इंजीनियरिंग समेत सभी तकनीकी कोर्स को हिन्दी भाषा में उपलब्ध कराने का वादा

महागठबंधन का घोषणा पत्र: 

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन ने नवरात्र के पहले दिन अपना घोषणा-पत्र जारी किया। महागठबंधन ने साझा घोषणापत्र को बदलाव के संकल्प पत्र का नाम दिया है। आरजेडी के साथ-साथ कांग्रेस और वाम दलों में सरकार गठन के बाद बिहार के लिए जो प्राथमिकताएं तय की है उसका जिक्र इस घोषणापत्र में किया गया है।  

  • पहली कैबिनेट में दस लाख नौजवानों को रोजगार 
  • परीक्षा के लिए भरे जाने वाले आवेदन फार्म पर फीस माफ 
  • परीक्षा केंद्रों तक जाने का किराया सरकार देगी
  • पलायन रोकने के लिए करेंगे काम 
  • शिक्षकों के लिए समान काम समान वेतन का वादा
  • जीविका दीदियों का मानदेय दोगुना करने का वादा 
  • पहले विधानसभा सत्र में केंद्र के कृषि संबंधी तीनों बिल के प्रभाव से बिहार के किसानों को मुक्ति दिलाने का वादा किया गया है।

जदयू ( जनता दल ” यूनाइटेड ” ) का घोषणा-पत्र: 

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड ने भी अपना घोषणा-पत्र जारी किया है। जदयू के घोषणा पत्र को एक नए नारे के साथ जनता के सामने रखा गया है- ‘पूरे होते वादे, अब हैं नए इरादे।’ जदयू के घोषणा-पत्र में कहा गया है कि सात निश्चय योजना ही उनका ही वचन पत्र होगा। सात निश्चय-2 को पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।

  • युवा शक्ति बिहार की प्रगति
  • सशक्त महिला,सक्षम महिला
  • हर खेत में सिंचाई का पानी
  • स्वच्छ गांव,समृद्ध गांव
  • स्वच्छ शहर, विकसित शहर
  • सुलभ संपर्कता
  • सबके लिए स्वास्थ्य सुविधा

कांग्रेस का घोषणा-पत्र: 

बिहार में अगले हफ्ते से शुरू हो रहे विधानसभा आम चुनाव को लेकर कांग्रेस ने बुधवार को अपना महागठबंधन से अलग एक घोषणा पत्र जारी किया। पार्टी ने इसे बिहार बदलाव पत्र नाम दिया है। इस घोषणा पत्र में कांग्रेस ने बिहार के किसानों से सत्ता में आने पर मुफ्त बिजली और कर्ज माफ करने का वादा किया है। 

  • सत्ता में आने पर किसानों का कर्ज माफ
  • गरीबों का बिजली बिल माफ
  • किसानों के सही फसल का सही मूल्य दिलाने का वादा
  • कृषि कानूनों को खारिज करने का वादा
  • नौकरी मिलने तक बेरोजगारों को हर महीने 1500 रुपए देने का वादा
  • विधवा महिलाओं को ₹1000 का पेंशन देने का वादा

लोजपा ( लोक जनशक्ति पार्टी ) का घोषणा-पत्र: 

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए लोजपा ने विजन डाक्यूमेट जारी किया। लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने घोषणा पत्र के तौर पर डाक्यूमेंट जारी करते हुए सीता मैया का भव्य मंदिर बनाने का वादा किया। जानिए उनके प्रमुख वादे…

  • बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के लागू होने से सभी महिलाओं को मुफ्त में बस यात्रा की सुविधा मिलेगी।
  • समान काम समान वेतन का वादा
  • सभी विभागों के अनुमोदित व स्वीकृत पदों में शीघ्र बहाली
  • अत्याधुनिक कैंसर संस्थानों की स्थापना का वादा
  • बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट युवा आयोग का गठन का वादा
  • माता सीता का भव्य मंदिर निर्माण का वादा
  • अनुसूचित जाति-जनजाति छात्रावास को वाई-फाई, लाइब्रेरी, मेस, खेलकूद सामग्री, व सुरक्षा गार्ड के साथ आधुनिक बनाने का वादा