आपदा में अवसर तलाशना अमानवीय कृत्य : सुबोधकांत सहाय

आपदा में अवसर तलाशना अमानवीय कृत्य : सुबोधकांत सहाय


रांची. पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा है कि वैश्विक आपदा कोरोना संक्रमण काल के दौरान कुछ दवा विक्रेता और निजी अस्पताल संचालक आपदा में अवसर की तलाश करने में लगे हैं. यह अमानवीय कृत्य है. कुछ निजी अस्पताल ऑक्सीजन रहने के बावजूद ऑक्सीजन सिलेंडर मरीजों को उपलब्ध नहीं करा रहे हैं. बेड और वेंटिलेटर उपलब्ध कराने में भी मनमानी करने की शिकायतें मिल रही है. ऐसा करना मानवता विरोधी है. उन्होंने कहा कि आपदा के समय मानव सेवा के प्रति निस्वार्थ भाव से समर्पित होकर जुड़े रहने की आवश्यकता है. श्री सहाय ने कहा कि वैश्विक आपदा के समय संक्रमित मरीजों और उनके परिजनों को यथोचित सहयोग करें, न कि उनकी परिस्थितियों का फायदा उठाकर उनका शोषण करें. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि दवाओं और आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की कालाबाजारी रोकने के लिए दंडाधिकारी तैनात करने की आवश्यकता पड़ गई. श्री सहाय ने कहा कि झारखंड में दवा, पीपीई किट, ऑक्सीजन, पल्स ऑक्सीमीटर, सैनिटाइजर की कालाबाजारी, अस्पतालों का बेहिसाब बिल एवं राशन की मुनाफाखोरी से जनता त्रस्त है. इसमें संलिप्त लोगों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए. श्री सहाय ने अकस्मात आई इस आपदा के समय लोगों से धैर्य, संयम व अनुशासन बरतते हुए एक दूसरे को यथासंभव सहयोग करने की अपील की