डॉ.रीता कुमारी रचित “काॅन्सेप्ट आॅफ गाइडेंस एंड काउंसिलिंग” का लोकार्पण

स्नातकोत्तर स्तर पर गाइडेंस एंड काउंसलिंग पाठ्यक्रम शुरू करने वाला देश का दूसरा विश्वविद्यालय बना रांची यूनिवर्सिटी : डॉ.कामिनी कुमार

डॉ.रीता कुमारी रचित “काॅन्सेप्ट आॅफ गाइडेंस एंड काउंसिलिंग” का लोकार्पण

रांची। मारवाड़ी महाविद्यालय, रांची की सहायक प्राध्यापिका डॉ. रीता कुमारी द्वारा लिखी गई पुस्तक ” निर्देशन एवं परामर्श की धारणा (कांसेप्ट ऑफ गाइडेंस एंड काउंसलिंग) ” का लोकार्पण कार्यक्रम आज शनिवार को आरयू के कुलपति सभागार में कुलपति डॉ. कामिनी कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस अवसर पर
अपने संबोधन में रांची विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. कामिनी कुमार ने कहा कि ये पुस्तक रांची विश्वविद्यालय सहित कई विश्वविद्यालयों के छात्र – छात्राओं के लिए उपयोगी है।उन्होंने कहा कि आरयू में बहुत जल्दी ही गाइडेंस एवं कॉउंसलिंग में स्नातकोत्तर की पढ़ाई प्रारंभ की जाएगी।उन्होंने कहा कि छात्रों के कैरियर हेतु गाइडेंस एवं कॉउंसलिंग पाठ्यक्रम रोजगारपरक है, जिसे किसी भी स्ट्रीम के छात्र – छात्राएं आसानी से पढ़ सकते हैं।उन्होंने कहा कि स्नातकोत्तर स्तर पर ये पाठ्यक्रम प्रारंभ होने से रांची विश्वविद्यालय देश का दूसरा विश्वविद्यालय बन जायेगा।
इस अवसर पर आरयू के डीएसडब्ल्यू डॉ. पीके वर्मा ने कहा कि इस पुस्तक के माध्यम से छात्रों को परामर्श के साथ जीवन के उपयोग में आने वाले कई समस्याओं का समाधान प्राप्त होगा।
प्राचार्य डॉ. यूसी मेहता ने कहा कि मेरे महाविद्यालय की प्राध्यापिका इस पुस्तक की रचयिता हैं, मुझे काफी खुशी हो रही है। उन्होंने अपनी शुभकामनाएं दी।
कुलपति डॉ. कामिनी कुमार, डीएसडब्ल्यू डॉ. पी के वर्मा, प्रचार्य डॉ. यूसी मेहता ने पुस्तक का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्ष डॉ. इंदिरा पाठक , सीसीडीसी डॉ. राजेश कुमार, उपकुलसचिव डॉ. प्रीतम कुमार, एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक डॉ. ब्रजेश कुमार, कार्यक्रम पदाधिकारी अनुभव चक्रवर्ती , प्रियांशु, रवि , पवन गुप्ता, अमित सहित अन्य उपस्थित थे।
धन्यवाद ज्ञापन देते हुए डॉ. रीता कुमारी ने इस पुस्तक के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि इसका बहुआयामी परिणाम निकलेगा, जिससे आम छात्रों को पूरा लाभ मिलेगा। उक्त जानकारी राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. बृजेश कुमार ने दी।