पारस एचईसी हाॅस्पिटल में गैर कोविड मरीजों का इलाज शुरू

पारस एचईसी हाॅस्पिटल में गैर कोविड मरीजों का इलाज शुरू

रांची। पारस एचईसी हाॅस्पिटल में दो नवंबर से गैर कोविड मरीजों का इलाज शुरू हो गया है। इसके साथ ही अब अस्पताल में विभिन्न रोगों से पीड़ित व्यक्ति को चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हो सकेगी। इस संबंध में पारस एचईसी हाॅस्पिटल के यूनिट हेड डाॅ. नीतेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पीड़ित मानवता के सेवार्थ अस्पताल ने कोरोना संक्रमण काल के दौरान सामाजिक दायित्वों का बखूबी निर्वहन करते हुए सरकार को हरसंभव सहयोग किया। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने पारस एचइसी अस्पताल को कोविड-19 से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए कोविड अस्पताल के रूप में घोषित किया था। पिछले लगभग सात महीने से सरकार के निर्देशानुसार यहां कोविड के अलावा किसी रोगी का इलाज नहीं हो रहा था। डाॅ.नीतेश ने बताया कि अगले छह माह में कई नये विभाग खोले जायेंगे।
मरीजों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा यहां उपलब्ध है। कई आधुनिक मशीनें, उपकरण तथा सुविधाओं सहित आठ बेड का डायलिसिस केन्द्र भी खुलेगा।
उन्होंने कहा कि झारखंड में कोविड मरीजों का ग्राफ नीचे गिरने के बाद सरकार ने पारस एचईसी हाॅस्पिटल, धुर्वा, रांची को कोविड हाॅस्पिटल से मुक्त कर दिया है। इसके लिए सरकार ने वैकल्पिक व्यवस्था कर ली है। अब इस हाॅस्पिटल में गैर कोविड मरीजों का इलाज शुरू हो गया है। हाॅस्पिटल को पूरी तरह से सेनिटाइज कर दिया गया है। सभी उपकरणों, फर्निचरों तथा सतह की अच्छे ढंग से सफाई की गई है। हाॅस्पिटल की सभी दीवारों के सतह की पेंटिंग की गई। सतह की पीरियोडिक सफाई की गई है।
उन्होंने बताया कि इस हाॅस्पिटल में हर तरह के मरीज के इलाज के लिए अत्याधुनिक मशीनें, उपकरण, सुविधाएं और विशेषज्ञ डाॅक्टरों के अलावा ट्रेंड नर्स और पारा मेडिकल स्टाफ मौजूद हैं। इनकी बदौलत यह हाॅस्पिटल मरीजों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराता है। यह हाॅस्पिटल अब फिर से गैर कोविड मरीजों के लिए पूरी तरह से तैयार है। अगले छह माह में इस हाॅस्पिटल में नेफ्रोलाॅजी विभाग खोला जायेगा, साथ ही आठ बेड का डायलिसिस सेंटर भी बनाया जायेगा। इसके अतिरिक्त हृदय रोगियों के इलाज के लिए कैथलैब, न्यूरो सर्जरी और न्यूरोलाॅजी तथा यूरोलाॅजी (मूत्र रोग) विभाग खोला जायेगा।
उन्होंने कहा कि कोविड मरीजों के इलाज में हमारे डाॅक्टरों, नर्सों तथा पारा मेडिकल स्टाफों ने सरकार के निर्देशानुसार अच्छा कार्य किया। बहुत सारे कोविड मरीज यहां से ठीक होकर अपने घर लौटे। उन्होंने कहा कि अब हम आम मरीजों के इलाज के लिए पूरी तरह तैयार हैं तथा इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। हाॅस्पिटल परिसर को पूर्णतः संक्रमण मुक्त कर लिया गया है। अगले छह माह में काफी कुछ नयीं चीजें यहां इलाज के लिए आयेंगी ताकि झारखंड के मरीजों को इलाज के लिए अपने राज्य से बाहर न जाना पड़े। उन्होंने कहा कि अभी यहां 50 बेड का हाॅस्पिटल है, दो साल में इसे 300 बेड का बनाया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस पर नियंत्रण एवं इसकी गंभीर स्थिति से निबटने तथा लोगों की जान बचाने तथा स्वास्थ्य की रक्षा के लिए रांची के उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी ने गत 23 मार्च 2020 को एक पत्र जारी कर आपदा प्रबंधन एक्ट 2005 धारा 65 के अन्तर्गत इस हाॅस्पिटल का अधिग्रहण कर लिया था। तब से यह हाॅस्पिटल कोविड मरीजों का इलाज कर रहा था।