भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए महिला उद्दमियों ने बढ़ाया कदम ।

अब तक क़रीब सौ से भी ज़्यादा केक का निर्माण कर चुकी नेहा सिंह बताया कि शुरुआती दौर में स्वाद को लेकर में थोड़ी परेशानी हुई । स्वाद के साथ साथ केक की सजावट पर भी विशेस ध्यान देना पड़ता है ।

भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए महिला उद्दमियों ने बढ़ाया कदम ।

कोरोना से बचाव के साथ साथ महिलाएँ अपनी कला को भी निखार रही है ।इसी कड़ी में परिचय करवा रहे हैं राँची की एक महिला उद्यमी नेहा सिंह परमार से । जिन्होंने बीते लॉकडाउन अवधि में डिजिटल मीडिया का सहारा लेकर अति स्वादिष्ट केक बनाने में सफलता पाई है। अब तक क़रीब सौ से भी ज़्यादा केक का निर्माण कर चुकी नेहा सिंह बताया कि शुरुआती दौर में स्वाद को लेकर में थोड़ी परेशानी हुई । स्वाद के साथ साथ केक की सजावट पर भी विशेस ध्यान देना पड़ता है ।

हालाँकि पूरी तरह घर में बनाए गए केक , शुद्धता की गारंटी के साथ उपलब्ध कराए जाते हैं । शुद्धता और केक की सजावट का सामंजस्य बनाए रखना काफ़ी मुश्किल होता है ।फिर भी काफ़ी मशक़्क़त के बाद हमने इसमें सफलता हासिल कर ली है । हालाँकि बाज़ार में उपलब्ध केक आकर्षक ज़्यादा होते हैं , इसके बावजूद भी हर दिन क़रीब पाँच से दस केक की माँग लगातार आ रही है ।
बक़ौल नेहा , केक की गुणवत्ता और विश्वसनीयता ही उनका मुख्य आधार है । स्वाद की बात करें तो अभी तक जितने भी केक डिलिवर किए गए लोगों को काफ़ी पसंद आए हैं ।
लॉकडाउन के दरमियाँ टाइमपास से शुरू हुआ यह कारोबार काफ़ी फलता फूलता जा रहा है । उन्होंने एक कंपनी का बनाया है जिसे नाम दिया है MY CAKES.
शहर के एक छोटे से मोहल्ले में शुरू हुआ यह कारोबार धीरे धीरे फैलता जा रहा है । भविष्य में डिजिटल प्लेटफ़ार्म के माध्यम से इस व्यवसाय को online platform देने की भी योजना है । उद्यमी नेहा का कहना है कि हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा आत्मनिर्भर भारत के आह्वान में वो भी भागीदार बनेंगी ।
नेहा इससे पहले पुणे में मल्टीनेशनल कंपनी में HR के पद पर कार्यरत थी । कुछ दिनों पहले ही उन्होंने उस नौकरी को छोड़कर अपना व्यवसाय करने की ठानी और अपने हुनर को अंजाम देते हुए मंज़िल की ओर क़दम बढ़ा दी । देशपत्र की ओर से इस ऊर्जावान और प्रतिभावान महिला उद्यमी को शुभकामनाएँ।