मानव सेवा के प्रति समर्पित शख्सियत हैं रांची के उपायुक्त छवि रंजन
जनहित के प्रति उनकी सक्रियता अनुकरणीय
रांची। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने की दिशा में रांची के उपायुक्त व कर्तव्यनिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी छवि रंजन की सक्रियता देखते ही बन रही है। रांची जिले के उपायुक्त पद पर छवि रंजन ने जब से कार्यभार संभाला है, जिले की विधि-व्यवस्था बेहतर हो रही है। साथ ही जनहित के कार्यों की गति भी तेज हुई है। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण काल के दौरान जिस प्रकार उपायुक्त छवि रंजन ने सक्रियता से मोर्चा संभाल रखा है, वह काबिले तारीफ है। कोरोना से बचाव के मद्देनजर प्रशासनिक स्तर पर किए जा रहे उपायों और कार्यों की निरंतर समीक्षा कर अपने मातहत अधिकारियों को दिशा निर्देशित करना उनकी दिनचर्या में शुमार है। श्री रंजन के समक्ष रांची जिले में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने की बहुत बड़ी चुनौती है। वे इन चुनौतियों का बखूबी सामना करते हुए अपनी टीम के साथ कोरोना पर काबू पाने के लिए पूरी शिद्दत से जुटे हैं। पीड़ित मानवता की सेवा हो या जनहित के कार्यों को गति देना हो, श्री रंजन सदैव तत्पर रहते हैं। कोरोना पीड़ित मरीजों का समुचित इलाज सुनिश्चित कराने की दिशा में उन्होंने पहल की है। सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों के संचालकों को भी विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं। इसका सकारात्मक परिणाम सामने आ रहा है। सुबह से शाम तक काम ही काम, आराम का नाम नहीं, ऐसे प्रशासनिक अधिकारी हैं छवि रंजन।
कोरोना संक्रमण काल के दौरान रांची में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए उन्होंने एहतियात बरतने की अपील जनता से की है। कोरोना
संक्रमित मरीजों का समुचित इलाज, उनकी मौत के बाद शव का दाह-संस्कार कराने में भी उनकी मुख्य भूमिका होती है। श्री रंजन अपनी पूरी टीम के साथ वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ जंग में जुटे हैं। मानव सेवा के प्रति उनके जज्बे और जुनून से काफी हद तक कोरोना संक्रमण पर काबू पाने में सफलता भी मिल रही है।
सरकारी अस्पतालों, निजी अस्पतालों की मॉनिटरिंग करना, कहीं किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए, इस पर पैनी नजर बनाए रखना उनकी दिनचर्या में शामिल है।
ऐसे सक्रिय, कर्मठ प्रशासनिक अधिकारी की सक्रियता की चहुंओर सराहना की जा रही है।
उनकी बेहतरीन कार्यशैली और कर्तव्यनिष्ठा अन्य अधिकारियों के लिए अनुकरणीय है। श्री रंजन बताते हैं कि भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन होने के बाद से ही उन्होंने यह संकल्प ले लिया था कि जनहित के कार्यों के प्रति सदैव समर्पित रहेंगे। इस दिशा में वह अग्रसर हैं।