सूबे के सड़कों की सूरत संवारने में जुटे हैं पथ निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार

रांची। भारतीय प्रशासनिक सेवा के वर्ष 1999 बैच के कर्मठ व तेज-तर्रार अधिकारी सुनील कुमार अपनी उत्कृष्ट कार्यशैली से झारखंड के सरकारी महकमे और जनता के बीच एक विशिष्ट पहचान स्थापित करने में सफल रहे हैं। फिलवक्त श्री कुमार पथ
निर्माण विभाग में प्रधान सचिव के पद पर कार्यरत हैं। इस विभाग में पदभार संभालने के पूर्व वे भवन निर्माण विभाग में सचिव, बोकारो, पश्चिम सिंहभूम व हजारीबाग में उपायुक्त के पद पर सेवारत रहे हैं। पथ निर्माण विभाग में बतौर सचिव उनके एक साल के कार्यकाल के दौरान उनकी उपलब्धियां सराहनीय रही है। सूबे की सड़कों की सेहत सुधारने की दिशा में उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किया है। उनके मार्गदर्शन में विभागीय योजनाओं को धरातल पर उतारने में सफलता मिली है। श्री कुमार का मानना है कि सड़कें अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और विकास में काफी सहायक होती है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में सड़कों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। खराब सड़कें विकास में बाधक होती है। उनके कार्यकाल में सूबे में गुणवत्तापूर्ण सड़कों का निर्माण कार्य संभव हो सका है। स्टेट हाइवे, नेशनल हाईवे अथॉरिटी आॅफ इंडिया और पथ निर्माण विभाग के बीच समन्वय स्थापित कर सड़कों की दशा में सुधार लाने की दिशा में सतत प्रयासरत हैं। विगत एक वर्ष में उनके कार्यकाल के दौरान शहरी क्षेत्रों में बदहाल सड़कों की सूरत बदली है, वहीं,ग्रामीण इलाकों में भी सड़कों की कनेक्टीविटी बढ़ी है। उनके निर्देशन में राज्य में जनहित की दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण पुल-पुलिया निर्माण, सड़कों का चौड़ीकरण, पक्की सड़क का निर्माण आदि कार्यों को गति मिल रही है। सुनील कुमार के बारे में कहा जाता है कि वे जहां भी पदस्थापित रहे, जनहित के कार्यों के प्रति समर्पित रहे।
यही वजह है कि जनता के बीच उनकी छवि एक कर्मठ और ईमानदार प्रशासनिक अधिकारी के रूप में स्थापित है। उनकी कार्यशैली अन्य अधिकारियों के लिए अनुकरणीय है।