बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए पारस एच ई सी अस्पताल ने “बैक टू स्कूल” अभियान का शुभारंभ किया
शहर के सभी स्कूलों में जाकर बच्चों के स्वास्थ्य की मुफ्त जांच की जाएगी। ताकि आने वाले समय में बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों का सामना न करना पड़े ।
बच्चों में संक्रमण का ज़्यादा ख़तरा रहता है – डॉक्टर नितेश
अस्पताल के यूनिट हेड डॉक्टर नितेश ने बताया कि समाज को ज्यादा से ज्यादा लाभ देने के लिए विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर अस्पताल प्रबंधन ने एक अभियान की शुरुआत की। इस अभियान के तहत शहर के सभी स्कूलों में जाकर बच्चों के स्वास्थ्य की मुफ्त जांच की जाएगी। ताकि आने वाले समय में बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों का सामना न करना पड़े । बच्चों की जांच करने के पश्चात बीमारियों को पहचाना जाएगा और उनका निदान किया जाएगा। मौजूदा हालात में लॉकडाउन की वजह से ज्यादातर बच्चों में आंखों की समस्या देखी जा रही है, जिसका खास कारण ऑनलाइन क्लास में कंप्यूटर और मोबाइल का लगातार इस्तेमाल है । इस अभियान के तहत बच्चों में पनप रहे आंखों की समस्या को दूर की जाएगी । बच्चों के दांतों की जांच भी की जाएगी उसके पश्चात पूरे शरीर की स्वास्थ्य जांच की जाएगी ।ताकि किसी भी तरह की बीमारियां बच्चों को छू न सके।
सुपर स्पेशलिटी सुविधाओं के साथ 16 अप्रैल को पारस एच ई सी अस्पताल की रीलॉन्चिंग होगी
डॉक्टर नितेश ने बताया कि आगामी 16 तारीख को पारस एच ई सी अस्पताल की रीलॉन्चिंग होगी । हालांकि 2019 अक्टूबर से ही अस्पताल कार्यरत है ,लेकिन बीते 2 वर्षों से कोविड महामारी के कारण अपनी अत्याधुनिक सुविधाओं की शुरुआत अस्पताल में नहीं हो पाई थी । आज लॉकडाउन और कोविड की समाप्ति के पश्चात पारस एच ई सी अस्पताल अपने सुपर स्पेशलिटी सुविधाओं के साथ समाज को सेवा प्रदान करने जा रहा है । इस अस्पताल में आयुष्मान भारत की सुविधाएं भी मौजूद है। सीनियर सिटीजन क्लब के तहत सीनियर सिटीजन को इलाज में विशेष छूट दिया जाएगा।
40 बेड की आईसीयू सुविधाओं के साथ सामान्य मरीजों के लिए 150 बेड की वर्तमान व्यवस्था है, जो कि आने वाले समय में 300 तक करने की योजना है।
“बैक टू स्कूल” अभियान का विचार डॉक्टर नितेश के मन में दुबई से ही आया। क्योंकि पारस अस्पताल से पहले डॉक्टर नितेश दुबई में अस्पताल चलाते थे और दुबई में स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की स्वास्थ्य जांच अस्पताल के द्वारा निरंतर किया जाता है। दुबई के स्वास्थ्य योजना से प्रेरित होकर डॉक्टर नितेश ने रांची के पारस अस्पताल में इस अभियान को चलाने का विचार किया ।जिसकी सबने तारीफ की।
अस्पताल न आना पड़े, इसलिए समय पर स्वास्थ्य जाँच कराएँ – डॉक्टर संजय
पारस एचईसी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ संजय कुमार ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि बैक टू स्कूल कार्यक्रम के तहत स्कूलों में जाकर बच्चों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी । ताकि आने वाली बीमारियों के बारे में पता लग सके । संजय कुमार ने कहा कि बीते 2 वर्षों में महामारी के रूप को देखते हुए आने वाले भविष्य में हमें स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की आवश्यकता है। बच्चे देश का भविष्य होते हैं। बच्चों पर किसी भी अज्ञात बीमारी का प्रभाव न पड़े इसके लिए निरंतर उनके स्वास्थ्य जांच की आवश्यकता है। बीमार पड़ने पर अस्पताल जाने से अच्छा अस्पताल ना जाना पड़े इसके लिए डॉक्टर से मिलकर सलाह लेने की आवश्यकता और निरंतर जांच की आवश्यकता है। साथ ही साथ हमारे समाज को किसी भी बीमारी से लड़ने में सक्षम प्रकृति के गुण को भी समझना होगा ।
शहर में जितने भी स्कूल हैं या तो स्कूल प्रबंधन की तरफ से अस्पताल प्रबंधन को सूचित किया जाय या फिर अस्पताल प्रबंधन अपनी तरफ से स्कूल प्रबंधन से संपर्क कर बच्चों के स्वास्थ्य जांच की दिशा में पहल की शुरुआत करें। ताकि आने वाले समय में यह बच्चे जो आज एक कली के रूप में हैं बगैर किसी बाधा और रुकावट के खिलकर फूल बन सके और समाज में खुशियां फैला सके।
प्रकृति हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है
डॉ संजय ने मानव जीवन में प्रकृति का अहम योगदान के बारे में भी जानकारी दी । उन्होंने कहा कि प्रकृति के रंग हमारी आंखों को रोशनी देते हैं , हरा भरा वातावरण हमारे विचारों को शुद्ध करता है। जब हमारे विचार स्वस्थ होंगे तो हमारा मन भी स्वस्थ होगा ।साथ ही साथ हमारा तन भी स्वस्थ होगा। सावधानी के साथ साथ आधुनिकता के इस दौर में प्रकृति प्रेम की भी आवश्यकता है। डॉ संजय ने कहा कि पूरे भारत देश में सबसे ज्यादा हरियाली वाला राज्य झारखंड है और पूरे झारखंड राज्य में सबसे ज्यादा हरियाली वाला जिला रांची जो कि झारखंड की राजधानी है। झारखंड के इस हरे भरे जिले में सबसे ज्यादा हरा भरा वातावरण से युक्त जो जगह है वहां पर पारस अस्पताल का परिसर है। इसलिए प्रकृति के द्वारा इस क्षेत्र को एक तोहफा मिला है जिसका हमें भरपूर लाभ लेना चाहिए।
कोविड के समय चिकित्सकों की भूमिका अविस्मरणीय है – अमित सिंह
कार्यक्रम में आमंत्रित शहर के प्रतिष्ठित सफायर इंटरनेशनल स्कूल के प्रधानाध्यापक अमित सिंह ने कहा कि बीते 2 वर्षों में हमारा समाज कोविड जैसी बीमारी का सामना किया । जिस से बहुत कुछ सीखने को मिला। कोविड संक्रमण के दौरान महामारी से निपटने में डॉक्टरों ने बखूबी अपनी भूमिका निभाई । महामारी ने हमें हमारे जीवन में डॉक्टर की महत्ता को साबित किया है। डॉक्टर ही वह कड़ी हैं जो हमारे समाज को एक साथ बांधने में सक्षम है और किसी भी बीमारी से लड़ने में हमें काबिल बनाते हैं।
ई रिक्शा चालकों एवं पिंक ऑटो महिला चालकों की जाँच हुई
इस अवसर पर ई रिक्शा चालकों एवं पिंक ऑटो की महिला चालकों की स्वास्थ्य जांच भी की गई।
अस्पताल के तरफ से आयोजित इस प्रेस वार्ता में अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ संजय कुमार, यूनिट हेड डॉक्टर नितेश, क्षेत्रीय निदेशक डॉ सुभाष, वित्तीय प्रबंधक वीरेंद्र एवं डॉ संजीव मौजूद थे।