सावन: 19 साल बाद ऐसा संयोग, भगवान शिव और विष्णु भक्तों पर बरसायेंगे आशीष

सावन 30 दिन की बजाय 59 दिन का होगा और 8 सावन सोमवार होंगे। ऐसा संयोग कई वर्षों बाद बन रहा है।

सावन: 19 साल बाद ऐसा संयोग, भगवान शिव और विष्णु भक्तों पर बरसायेंगे आशीष

शिव भक्त सावन महीने का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं। बस कुछ ही दिनों बाद सावन महीने की शुरुआत हो जाएगी। सावन महीने का अपना विशेष महत्व है। सावन का महीना महादेव को समर्पित किया है और भगवान शिव की उपासना के लिए सावन मास को सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। शिव भक्तों का मानना है कि इस महीने भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। हर साल सावन महीने की शुरुआत आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि के अगले दिन से होती है। लेकिन इस वर्ष सावन महीना विशेष रहने वाला है। 19 साल के बाद इस बार सावन दो मास का हो रहा है। दरअसल अधिमास के कारण सावन दो माह का होगा जिसमें 59 दिन होंगे। 4 जुलाई से शुरू होनेवाला सावन 31 अगस्त को समाप्त होगा। इस बीच 18 जुलाई से 16 अगस्त तक सावन अधिरमास रहेगा। इसे मलमास व पुरुषोत्तम माह भी कहा जाता है। सावन का महीना भगवान शिव जी को समर्पित है।

क्यों है इस बार दो महीने का सावन 

वैदिक पंचांग की गणना, सौर मास और चंद्र मास के आधार पर की जाती है। जिसमें चंद्र मास 354 दिनों का होता है और सौर मास 365 दिन का होता है। दोनों में 11 दिन का अंतर आता है और हर तीन साल के बाद यह अंतर 33 दिन का हो जाता है, जिसे अधिक मास कहा जाता है। इन 33 दिनों को समायोजित करने के लिए हर 3 साल में एक महीना अधिक पड़ता है, जिसे अधिरमास कहते हैं। यह अधिरमास (मलमास) सावन के महीने में पड़ रहा है, इस कारण इस वर्ष सावन 2 महीने का रहेगा। धर्म शास्त्रों के अनुसार अधिरमास (मलमास) के स्वामी भगवान विष्णु हैं। ऐसे में इस बार सावन और अधिरमास (मलमास) साथ में पड़ने से भगवान शिव के साथ भगवान विष्णु की भी कृपा प्राप्त होगी।

इससे शिव भक्‍तों को भोलेनाथ की पूजा-आराधना करके उनकी कृपा पाने के लिए एक की बजाय दो महीने का समय मिलेगा। साथ ही सावन सोमवार के भी 8 व्रत होंगे। यानि शिवभक्त 8 सावन सोमवार व्रत करके भगवान की दोगुनी कृपा पा सकेंगे। 

10 जुलाई को पहला सोमवार, 30 अगस्त को रक्षाबंधन

इस बार सावन में आठ सोमवार पड़ रहे हैं। पहली सोमवारी 10 जुलाई को, जबकि आखिरी सोमवारी 28 अगस्त को है। 30 अगस्त को श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की अंतिम तिथि यानी की पूर्णिमा तिथि का शुभारंभ है, इसलिए रक्षाबंधन का त्यौहार इसी दिन मनाया जाएगा।

  • पहला सोमवार: 10 जुलाई
  • दूसरा सोमवार: 17 जुलाई
  • तीसरा सोमवार: 24 जुलाई
  • चौथा सोमवार: 31 जुलाई
  • पांचवा सोमवार: 7 अगस्त
  • छठा सोमवार: 14 अगस्त
  • सातवां सोमवार: 21 अगस्त
  • आठवां सोमवार: 28 अगस्त
पूजन विधि:

सावन के महीने में हर सोमवार को सुबह जल्दी स्नान करके साफ कपड़े पहनें, हो सके तो सफेद रंग के कपड़े पहनें। फिर सावन सोमवार व्रत रखने का संकल्‍प लें। मंदिर या घर के मंदिर में शिवलिंग का गंगाजल से अभिषेक करें। इस दौरान ‘ओम नम: शिवाय’ मंत्र का जाप करें। साथ ही शिवलिंग पर सफेद फूल, अक्षत, सफेद चंदन, भांग धतूरा, गाय का दूध, धूप, पंचामृत, सुपारी, बेलपत्र आदि चढ़ाएं। फिर शिवजी की आराधना करें।