गया कॉलेज में आजादी के अमृत महोत्सव मनाया गया
अमरेन्द्र कुमार सिंह
गया । गया कॉलेज गया के अर्थशास्त्र विभाग में आजादी के अमृत महोत्सव के श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए सेमिनार का आयोजन किया गया जिसका शीर्षक “चौथी औधोगिक क्रांति और आत्मनिर्भर” था। इस अवसर पर गया कॉलेज के प्राचार्य डॉ०दीपक कुमार ने विभागाध्यक्ष को बधाई देते हुए कहा समकालीन सेमिनार से कॉलेज के विद्यार्थियों के शिक्षा के साथ-साथ बहुमुखी व्यक्तित्व का विकास होता है । उनमें आत्मविश्वास बढ़ता है , जो इस वैश्विक युग में विभिन्न चुनौतियां का सामना करने में सहायक होगा।सेमिनार को संबोधित करते हुए अर्थशास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रो०डॉ अश्वनी कुमार ने कहा कि देश जब आजाद हुआ था, उस समय भारत को “शिप टू माउथ कंट्री “कहा जाता था अर्थात आयातित देश था। जब भारत में कृषि क्रांति आई खाद्यान्न के मामले में ना केवल हम आत्मनिर्भर बने बल्कि निर्यात भी करने लगे। जब भारत में प्रथम औद्योगिक क्रांति (वाष्प) हुई तो देश गुलाम था दूसरी औधोगिक क्रांति (ऊर्जा )के समय भी देश गुलाम था,तीसरी औधोगिक क्रांति के समय देश आजाद तो हुआ लेकिन हम अपने विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रहे थे, इसलिए भारत इससे लाभ से वंचित रहा लेकिन अब 21वीं सदी का भारत बदल चुका है भारत औद्योगिक क्रांति के लाभ से वंचित नहीं रहेगा बल्कि चौथी औद्योगिक क्रांति में भारत का योगदान चौकाने वाला होगा। डिजिटल कनेक्टिविटी , क्लाउड व एज कम्प्यूटिंग इंटरनेट, इंटरनेट आफ थिंक्स एवम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रोबोटिक, ऑटोमेशन, ब्लॉक चेन, 3D प्रिंटिंग एवम स्मार्ट डिवाइसेज इत्यादि से मानव जीवन के वर्तमान एवं भविष्य को बदलने की क्षमता मौजूद है । भारत के लिए ना सिर्फ औद्योगिक परिवर्तन है बल्कि सामाजिक परिवर्तन भी है ।भारत में डिजिटल इंडिया अभियान ने डाटा को भारत के गांव तक पहुंचाया है। भारत का दो मॉडल “समावेशी और टिकाऊ विकास” चौथी औद्योगिक क्रांति के लिए वरदान साबित होगा। सबका साथ सबका विकास विजन के साथ “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फॉर ऑल ” जो जन मानस से जुड़ते हैं स्वास्थ्य शिक्षा कृषि कम लागत पर आम जनों को सारी सुविधाएं उपलब्ध होगी। इस अवसर पर रसायन शास्त्र के विभाग अध्यक्ष डॉ वीरेंद्र कुमार ने भी बच्चों का को संबोधन किया । मंच का संचालन इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ० उमेश कुमार ने किया एवम विभाग अध्यक्ष वाणिज्य डॉ० विनोद कुमार, विभाग अध्यक्ष पाली डॉ भूषण कुमार अर्थशास्त्र के प्रो विनोद कुमार प्रो आदर्श गुप्ता प्रो0 श्रुति प्रिया एवम सहायक राजीव जब ने सहयोग किया।