राज्यसभा में कविता पाठ के माध्यम से जातीय विद्वेष फैलाने वाले राजद सांसद मनोज झा पर उचित करवाई करे बिहार सरकार :-ठाकुर मन्तोष सिंह
गया । द राजपूत ऑफ बिहार का संस्थापक अध्यक्ष ठाकुर मन्तोष सिंह ने शुक्रवार को प्रेसविज्ञप्ति जारी कर मिडिया को बताया कि देश के सबसे बड़े लोकतन्त्र के मंदिर (राज्यसभा) में कविता पाठ के माध्यम से जातीय विद्वेष फैलाने वाले राजद सांसद मनोज झा पर राजद नेतृत्व द्वारा कोई करवाई नही करना और ना ही स्पष्टीकरण पूछना स्पष्ट करता है कि राजद नेतृत्व सोची समझी रणनीतिक के तहत राज्य में जातीय समाजिक विद्वेष फैलाने की कोशिश में हैं। आखिर राज्यसभा में अन्य बातों को छोड़कर पुराने जमाने की कविता पाठ करने की जरूरत क्या थी? यहीं इनकी मानसिकता समझ में आता है कि अचानक कविता पाठ करने के पीछे उद्देश्य क्या है। ठाकुरों के त्याग और बलिदान इतिहास के पन्नो में स्वर्णाक्षरों में अंकित है जिसे विश्लेशन करने की कोई जरूरत नहीं ये बात दुनिया को पता होना चाहिए, ठाकुरों को सामंती ठहराने की यह गहरी साजिश लगती है जिसे किसी स्तर पर सफल होने नही दिया जायेगा । इस प्रकरण में राजद सुप्रीमो लालू यादव द्वारा दिए गए बयान गुमराह पूर्ण है। वे तथ्य से हटकर बात कर रहे हैं। चेतन आनंद पढ़े-लिखे व्यक्ति है, उन्हें बुद्धि की कमी बताना ही सिद्ध करता है कि उनकी मंशा क्या है, उनके इस बयान पर आपत्ति जताते हुए निंदा करते हुए कहना है कि राजद अपना कब्र खोद रहा है अगर समय रहते मनोज झा पर करवाई नही हुई तो राजद को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। समाज सब देख रही है। जातीय विद्वेष फैलाने की योजना कभी सफल होने नही देंगा समाज।