जीडीपी स्कूल परिवार द्वारा इस्काॅन मंदिर में खाद्य सामग्री व नगद राशि का सहयोग किया

जीडीपी स्कूल परिवार द्वारा इस्काॅन मंदिर में खाद्य सामग्री व नगद राशि का सहयोग किया

गया से अमरेंद्र सिंह की रिपोर्ट

मानपुर(गया) : कोविड-19 संक्रमण से गया जिले के लोग जहां जूझ रहे है, वहीं मरीजों की सहायता व उनकी सेवा के लिए समाजसेवी संगठनों के अलावा धार्मिक संगठनों ने भी अपना अहम योगदान दे रहे हैं। इसी क्रम में लखीबाग मानपुर, गया में स्थित जी.डी. पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य सह समाजसेवी धर्म शाही और निदेशक स्नेहा शाही के द्वारा गुरुवार को गया शहर में स्थित‌ इस्काॅन मंदिर में खाद्य सामग्री और नगद उन्तीस हजार एक सौ पाँच (29,105) रुपये का योगदान दिये। खाद्य सामग्री में 165 किलो आटा 150 किलो आलु, 15 किलो चावल, 5 किलो प्याज, 5 किलो परवल, 6 किलो नमक, 5 कार्टून पानी, 24 पैकेट केक, 12 पैकेट बिस्किट, 1किलो सरसों तेल, 4 पीस साबुन, 500 ग्राम दाल, 500 ग्राम चुड़ा, 500 ग्राम भिण्डी, 1 पैकेट मसाला इत्यादि सामग्री थे। इस्काॅन मंदिर के प्रबंधक जगदीश श्यामदास ने सभी सामग्री एवं नगद रुपये स्वीकार किया और प्रसन्न होते हुए, उन्होने कहा कि दान करना ही सबसे बड़ा मानवता है। आज समाज में ऐसे ही लोगों की जरूरत है।


समाजसेवी धर्म शाही ने कहा कि आज मानवता पर सबसे बड़ा प्रश्न खड़ा हो रहा है कि इस संकट के समय में ऑक्सीजन, दवा जैसी जरूरतमंद का कालाबाजारी और मुनाफाखोरी करने में लोग लगे हुए हैं, जो लोग सम्पन्न है वो अपने घरों में आराम से बैठे हैं। इस संकट के समय इंसान को इंसान की सबसे ज्यादा जरूरत है। आज जरूरत है सभी को अपने अंदर इंसानियत को जिन्दा करने की। एक छोटी सी पहल भी कई जिंदगियों को बचा सकती है। इस अवसर पर विनोद सिंह जीडीपी स्कूल के रश्मि, नवीन, सपना, नंदिनी उपस्थित थे। बता दें कि इनके भाई पीयूष शाही का कोरोना से आकश्मिक निधन 13 अप्रैल को पटना में हो गया था। ऐसे लोगों से सबक लेना चाहिए कि इंसान ही इंसान के काम आते हैं। जब इस कोरोना महामारी जैसे बीमारी में है लोग मदद ना करें, फिर इंसानियत ही क्या रहा।