झारखंड कैटरर्स एसोसिएशन की गुहार “हमारी भी सुनें सरकार”
रांची- फेडरेशन ऑफ आॅल इंडिया कैटरर्स एसोसिएशन से संबद्ध झारखंड कैटरर्स एसोसिएशन ने कैटरिंग व्यवसाय से जुड़े लोगों की समस्यायों के मद्देनजर राज्य सरकार से सूबे में व्यवसाय शुरू करने की अनुमति देने की मांग की है। इस संबंध में राजधानी के लोवाडीह स्थित रंगोली बैंक्वेट हॉल में शुक्रवार को एसोसिएशन की ओर से प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल अग्रवाल ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान अन्य व्यवसाय की भांति कैटरिंग व्यवसाय भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस व्यवसाय से प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से जुड़े हजारों लोगों के समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की अवधि में सिर्फ राजधानी रांची में कैटरिंग व्यवसाय को तकरीबन बीस करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं, राज्य में इससे जुड़े लगभग एक लाख लोगों के समक्ष जीविकोपार्जन की समस्या उत्पन्न हो गई है। प्रेसवार्ता में एसोसिएशन के सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि सरकार कैटरिंग व्यवसाय के लिए भी गाइडलाइन जारी करे। एसोसिएशन सरकारी दिशा-निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि कैटरिंग व्यवसाय से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए सरकार एक नोडल अधिकारी नियुक्त करे, जो एसोसिएशन के साथ समन्वय स्थापित कर समस्याओं का त्वरित निष्पादन करने में सक्षम हो। श्री सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक देशव्यापी कर्फ्यू की घोषणा की गई है। वहीं, शादी ब्याह में मात्र पचास व्यक्तियों के शामिल होने की अनुमति है। लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि इन 50 व्यक्तियों में वर- वधु पक्ष के लोग या कैटरिंग के कर्मी, बैंड, लाइट,डीजे, फूल-माला सजाने वाले व्यक्ति रहेंगे। सरकार को इससे संबंधित दिशा-निर्देश जारी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कैटरिंग का काम 9 बजे रात तक समाप्त कर कर्मचारी को अपने गंतव्य तक पहुंचने में रात के 10 से 11 भी बज सकते हैं। ऐसी स्थिति में प्रशासन द्वारा ई-पास निर्गत करने की व्यवस्था की जाए, ताकि कैटरर कर्मियों को समारोह स्थल पर अपना काम निपटा कर अपने घर पहुंचने में कोई परेशानी न हो। श्री सिंह ने कहा कि वैंक्वेट हॉल की क्षमता के अनुसार शादी-ब्याह या अन्य अवसरों पर समारोह में शामिल होने वाले व्यक्तियों की संख्या में वृद्धि की अनुमति दी जाय। उन्होंने कहा कि कैटरिंग व्यवसाय के समक्ष उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए सरकार इस दिशा में अविलंब गाइडलाइन जारी करे। साथ ही यथाशीघ्र कैटरिंग व्यवसाय शुरू करने की अनुमति प्रदान करें। उन्होंने एसोसिएशन की ओर से सरकार को आश्वस्त करते हुए कहा कि कैटरिंग व्यवसाय शुरू करने की अनुमति दी जाती है, तो सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुसार समारोहों में फिजिकल डिस्टेंस, हैंड सेनिटाइजेशन, शारीरिक तापमान की जांच आदि की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। प्रेसवार्ता में एसोसिएशन के मुख्य संरक्षक व शहर के प्रख्यात होटल व्यवसायी रंजन कुमार, एसोसिएशन के संरक्षक संजय कुमार, उपाध्यक्ष निर्मल कुमार मोदी सहित काफी संख्या में झारखंड कैटरर्स एसोसिएशन के सदस्य मौजूद थे।