सरला बिरला पब्लिक स्कूल में मिनी स्पोर्ट्स डे की धूम
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों और प्राचार्या श्रीमती परमजीत कौर ने गुब्बारे उड़ाकर किया।

सरला बिरला पब्लिक स्कूल, रांची में ‘फनथॉन 2024‘ मिनी स्पोर्ट्स डे बड़े उत्साह और खुशी के साथ मनाया गया। विद्यालय परिसर ऊर्जा और उत्साह से भर गया था, जहां नन्हे खिलाड़ी इस बहुप्रतीक्षित खेल आयोजन के लिए जुटे थे। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गीत से हुई, जिसने पूरे दिन के लिए माहौल तैयार किया। इसके बाद भारत की विविध संस्कृति को दर्शाने वाला एक शानदार नृत्य प्रदर्शन हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों और प्राचार्या श्रीमती परमजीत कौर ने गुब्बारे उड़ाकर किया। मुख्य अतिथि के रूप में श्री जुझार सिंह, अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी एवं स्पेशल ओलंपिक भारत, झारखंड, सुश्री आस्था उरांव, वुशु के क्षेत्र में राष्ट्रीय खेल स्वर्ण पदक विजेता और सुश्री लवली चैबे, लॉन बॉल के क्षेत्र में राष्ट्रमंडल खेल 2022 स्वर्ण पदक विजेता उपस्थित थीं। इसके बाद कई खेलों का आयोजन किया गया, जैसे टेल रेस, क्रैब रेस, मैट रेस और कोन रेस। बच्चों के साथ उनके माता-पिता ने भी ‘सेग्रीगेट द बॉल’, ‘ड्रैग द रिंग’ और ‘स्कॉर्पियन रेस’ जैसे खेलों में उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस मौके पर स्कूल के बच्चों ने ‘दीपशिखा’ संस्था के बच्चों के साथ एक टीम गेम में भी भाग लिया। यह संस्था बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए कार्य करती है।
रांची सहोदया स्कूल कॉम्प्लेक्स द्वारा आयोजित अंतर-विद्यालयीय खेल प्रतियोगिता ’क्षितिज’ का समापन समारोह सह पुरस्कार वितरण समारोह भी आयोजित किया गया जिसमें रांची के विभिन्न स्कूलों के 2000 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। 500 से अधिक पुरस्कार वितरित किये गये। साथ ही, वीर बाल दिवस के अवसर पर सिखों के दशवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबजादों, साहिबजादा अजीत सिंह, साहिबजादा जुझार सिंह, साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह के बलिदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी गई। समारोह का समापन धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रगान के साथ हुआ।
प्राचार्या श्रीमती परमजीत कौर ने सभी मेहमानों और अभिभावकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने नन्हे खिलाड़ियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि स्कूल हमेशा बच्चों के समग्र विकास के लिए प्रयासरत है और ऐसे कार्यक्रम न केवल खेल भावना, बल्कि बच्चों के बीच एकता और सहयोग की भावना को भी प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने खेल-एकीकृत शिक्षा के महत्व पर भी जोर दिया जो एनसीएफ 2022- फाउंडेशन स्टेज और एनईपी 2020 का एक अभिन्न अंग है।