अतरी प्रखण्ड के नरावट पंचायत में वर्ष 2010-14 मनरेगा योजना के तहत वृक्षारोपण कार्य में करोड़ों का राशि गबन:- पंकज सिंह
गया से अमरेन्द्र कुमार का रिपोर्ट
गया । ग्रामीण विकास विभागान्तर्गत मनरेगा योजना तहत वित्तीय वर्ष 2010 से 2014 के बीच विभाग द्वारा धरातल की जगह कागज पर वृक्षारोपण करा कर अवैध रूप से करोड़ों रुपये की राशि का गबन कर लिया गया। साथ ही सम्बंधित अभिलेख से जुडी कागजात भी गायब है। यह मामला गया जिले के अतरी प्रखण्ड अंर्तगत नरावट पंचायत का है, जहाँ वितीय वर्ष 2010-14 में मनरेगा योजना के तहत करोड़ो रूपये का वृक्षारोपण किया जो कि धरातल पर कहि नजर नही आता है, साथ ही किये गए कार्यों से जुड़े दस्तावेज भी कार्यालय में उपलब्ध नही है। युवा समाजसेवी पंकज सिंह ने इस मामले को उजागर करते हुए मगध प्रमंडल आयुक्त गया, जिलाधिकारी महोदय गया उप विकास आयुक्त गया सहित वरीय विभागीय पदाधिकारियों को आवेदन देकर सूचित किया साथ ही उच्च स्तरीय जाँच की गुहार भी लगाई गई है, लेकिन महीनों बीतने के बावजूद आज तक इस संबंध में किसी प्रकार का कोई संज्ञान नहीं लिया जाना ये दिखलाता है, जान बूझ कर इस मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है, क्योंकि उपविकास आयुक्त गया द्वारा 2 जुलाई 2021 को पत्रांक संख्या 1749 द्वारा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा गया को इस सम्बद्घ में जाँच कर उचित कार्यवाही हेतु आदेश भी जारी किया जा चुका है मगर वरीय अधिकारियों की बात को अनदेखी कर आदेश के करीब एक महीने से ऊपर बीत जाने के बाद भी कोई प्रतिक्रिया व्यक्त न करना जाँच अधिकारी को शक के दायरे में खड़ा करता है,आखिर क्यों अभी तक जाँच आदेश पर कोई कार्यवाही नहीं किया जा रहा है, क्या किसी को बचाने की साजिश रची जा रही है। पंकज सिंह ने कहा कि सम्बवतः जाँच के बाद कई सरकारी कर्मचारियों एवं सफेदपोश लोगो के चेहरे सामने आ सकता है। जिसकी वजह से इस मामले पर लीपापोती कर ठंडे बस्ते में डालने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन हम दृढसंकल्पित होकर जनहित तथा पर्यावरण रक्षण से जुड़े इस पूरे मामले को संबंधित मंत्रालय एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा चलाई जा रही जनता दरबार तक ले जाऊंगा जब तक दोषियों के विरुद्ध कोई उचित कार्रवाई होती है पीछे नहीं हटेगें।