ना मंडप ! ना ब्राह्मण !! बिना मंत्रोच्चार के अर्जक विधि से हुई शादी

बगैर पुरोहित के अर्जक पद्धति से हुई शादी बना चर्चा क़ा विषय।

ना मंडप ! ना ब्राह्मण !! बिना मंत्रोच्चार के अर्जक विधि से हुई शादी

गया से अमरेन्द्र कुमार की रिपोर्ट

शहर के वजीरगंज प्रखंड क्षेत्र के ओरैल गांव में शुक्रवार क़ो सहदेव प्रसाद की पुत्री कुमारी पुष्पा की शादी गया जिले के एरोड्रम विशुनगंज निवासी वालदेव प्रसाद के पुत्र राजू कुमार के साथ बगैर पंडा—पुरोहित और मंत्रोच्चार के अर्जक पद्धति से संपन्न हुई। यह शादी इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। अर्जक संघ नेत्री सह जीविका कार्यकर्ता पाणिका कुमारी ने वर—वधू को एक सादे समारोह में सत्यनिष्ठा के साथ शपथ कराया और दोनों को शपथ प्रमाणपत्र दिया। मती पाणिका ऩे बताया क़ि यह‌ शादी लिखंत—पढंत के आधार‌ पर फूल माला से करायी‌ जाती है। जो विशुद्ध वैज्ञानिक और संविधान पर आधारित‌ है। इस शादी की विशेषता है- कम खर्च, कम परेशानी और कम समय। इस कारण यह रीति रिवाज काफी लोकप्रिय हुआ है। अर्जक संघ के नेता सह पूर्व मुखिया कैलाश महतो की अध्यक्षता में आयोजित अर्जक पद्धति सें हुई शादी समारोह में दर्जनों अर्जकों एवं प्रबुद्धजनों ने वर वधु‌ को मंगलकामना व्यक्त की।