संतोष काॅलेज आॅफ टीचर्स ट्रेनिंग एंड एजुकेशन में वेबीनार आयोजित

सामाजिक मिथक दूर करने के लिए जागरुकता जरूरी : डॉ.अभिजीत दत्ता

संतोष काॅलेज आॅफ टीचर्स ट्रेनिंग एंड एजुकेशन में वेबीनार आयोजित

रांची/तुपुदाना। राजधानी के तुपुदाना स्थित संतोष कॉलेज ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग एंड एजुकेशन के बीएड. एवं डी.एलएड इकाई द्वारा मंगलवार को विश्व एड्स दिवस के अवसर पर “असाध्य रोग एवं इसके प्रति सामाजिक दृष्टिकोण” विषयक वेबीनार (आॅनलाइन परिचर्चा) का आयोजन किया गया। वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर आयोजित इस परिचर्चा में
विशेषज्ञ डॉ.अभिजीत दत्ता, एसोसिएट प्रोफेसर (सेवानिवृत्त), जंतु विज्ञान विभाग, रांची विश्वविद्यालय एवं डॉ. क्रिस्टीना परमार, पारुल विश्वविद्यालय, बड़ोदरा (गुजरात) द्वारा वक्तव्य दिया गया।
अपने संबोधन में डॉ.दत्ता ने बताया कि सामाजिक प्रशिक्षण द्वारा समाज में व्याप्त मिथक को दूर किया जा सकता है। जागरूकता से समाज में स्नेह व सम्मान केंद्रित विचारों को प्रोत्साहित किया जा सकता है। उन्होंने सोशल स्टिग्मा पर विस्तार पूर्वक अभिव्यक्ति देते हुए बताया कि समाज, संस्थान एवं परिवार के प्रोत्साहन से व्यक्ति को असाध्य रोग पर काबू पाने की शक्ति प्रदान की जा सकती है।
वेबीनार में अन्य वक्ता के रूप में उपस्थित डॉ. क्रिस्टीना परमार ने बताया कि असाध्य रोगों के प्रति समाज में रहने वाले सदस्यों की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि निजी प्रयास से व्यक्ति के शारीरिक, मनोसामाजिक, संवेगात्मक आयामों को सुदृढ़ता प्रदान करके सामाजिक सहयोग एवं समन्वय को प्रोत्साहन देना चाहिए। संस्थान की निदेशिका डॉ. रश्मि ने समाज एवं समूह केंद्रित विचारों को कठिनाइयों से निजात पाने का मुख्य आधार बताया। वेबीनार में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने भाग लिया। उक्त जानकारी संस्थान से जुड़ी अनिता मिश्रा ने दी।