18 अगस्त तक कार्मिक विभाग के निर्देश का अनुपालन नहीं करने पर प्रशाखा पदाधिकारी स्वतः वीरमित हो जाएँगे, देखिए लिस्ट
तबादले के एक माह बाद भी सचिवालय के कई प्रशाखा पदाधिकारियों ने नई जगह नहीं दिया योगदान।
तबादले की अधिसूचना जारी होने के एक माह बाद भी सचिवालय के कई प्रशाखा पदाधिकारी नई जगह पर अपना योगदान नहीं दिये हैं। अब भी अपने पूर्व पद पर पुराने जगह पर ही बने हुए हैं। कई प्रशाखा पदाधिकारी पुरानी फ़ाइलों को निबटा रहें हैं तो कई उसी पद पर बने रहने के लिए पैरवी भी लगा रहे हैं। कई विभाग ऐसे भी हैं जो अपने इन प्रशाखा पदाधिकारियों को रिलीज़ ऑर्डर ही नहीं दे रहे हैं। इन वजहों से सचिवालय के प्रशाखा पदाधिकारी स्थानांतरित विभागों में योगदान नहीं दे पा रहे हैं।
7 जुलाई 2023 को ही हुआ था स्थानांतरण-पदस्थापन
झारखंड सरकार को भी इस बात की जानकारी है कि जिन प्रशाखा पदाधिकारियों का तबादला विगत माह के पहले सप्ताह में ही किया गया था उनमें से कई अफसर अभी तक नई जगह पर योगदान नहीं दिए हैं। ऐसे में स्थानांतरित वाले विभाग का कामकाज भी प्रभावित हो रहा है। इस पूरी स्थिति की जानकारी कार्मिक विभाग को भी है। ऐसी स्थिति में कार्मिक विभाग ने एक आदेश जारी करते हुए कहा है कि- यह देखा जा रहा है कि विभाग की ओर से 7 जुलाई 2023 को ही झारखंड सचिवालय सेवा के कुल 166 प्रशाखा पदाधिकारियों का स्थानांतरण-पदस्थापन किया गया है। उक्त अधिसूचना के आलोक में स्थानांतरित प्रशाखा पदाधिकारियों को नवपदस्थापित विभाग, कार्यालय में योगदान सुनिश्चित करने के लिए सभी नियंत्री पदाधिकारियों को जल्द से जल्द विरमित करने का निर्देश दिया गया है। स्थानांतरित अधिकारियों को माह जुलाई का भी वेतन नव पदस्थापित विभाग से ही दिया गया है।
18 अगस्त तक योगदान नहीं देने पर स्वत: विरमित
कार्मिक विभाग ने अपने आदेश में कहा है कि यह देखा जा रहा है कि कुछ विभाग को छोड़कर अन्य विभाग, कार्यालयों के द्वारा अधिसूचना के निर्देश का अनुपालन नहीं किया जा रहा है। नियंत्री पदाधिकारियों द्वारा स्थानांतरित पदाधिकारियों को अबतक विरमित नहीं किया गया है। कार्मिक विभाग ने सारी स्थिति की समीक्षा की और स्पष्ट निर्देश दिया कि वैसे प्रशाखा पदाधिकारी जिन्होंने स्थानांतरण-पदस्थापन के बाद अभी तक अपना योगदान नव पदस्थापित जगह पर नहीं किया है वे 18 अगस्त तक हर हाल में नई जगह योगदान कर दें। इसके लिए नियंत्री पदाधिकारी उन्हें विरमित करने का काम काम करें। 18 अगस्त के बाद ऐसे अधिकारी स्वत: विरमित समझे जायेंगे।