मजलिस तरहीम को संबोधित करते हुए बोले मौलाना सैयद तहजीबुल हसन
माता-पिता के पैरों के नीचे जन्नत है"
रांची : इंसान की जिंदगी में उसकी सबसे बड़ी दौलत माता-पिता का होना है। माता-पिता से हम मोहब्बत करते हैं, उसमें हमारा स्वार्थ छिपा होता है, लेकिन माता-पिता वो हैं, जो बगैर किसी स्वार्थ के अपनी औलाद से बेपनाह मोहब्बत करते हैं। उक्त बातें राज्य हज कमिटी के सदस्य हजरत मौलाना हाजी सैयद तहजिबुल हसन रिजवी ने कही। वह रविवार को कौमी तंजीम के संपादक रिजवी साहब की पत्नी और खबर एक्सप्रेस के निदेशक जसीम रिजवी की मां निकहत फातिमा और फराज की मां मोबिना फातिमा के तिजा के मजलिस तरहीम को मस्जिद जाफरिया में सम्बोधित कर रहे थे। मौलाना तहजिबुल हसन ने कहा कि पैगम्बर इस्लाम हजरत मोहम्मद सल्ल का फरमान है, अल्लाह उस वक्त तक राजी नही होता, जबतक उसके माता-पिता खुश न हों। माता-पिता की इज्जत करना इबादत है। हम सबको चाहिए कि माता-पिता को राजी करते जाए अल्लाह राजी होता जाएगा। माता-पिता के सामने ऊंची आवाज से बात करना भी अल्लाह को गवारा नहीं। वहीं, दूसरी मजलिस को मौलाना मुज्तबा अली रिजवी ने सम्बोधित किया। आमोद अब्बास, जमीर बनारसी, यावर हुसैन ने कलाम पेश किया। मौके पर मौलाना दानिश, अशरफ हुसैन, एसएम रिजवी, एसएच फातमी, सैयद हसनैन जैदी, सैयद समर अली, तनवीर हसन, गुलाम सरवर, इकबाल फातमी, पत्रकार एसएम खुर्शीद, पत्रकार जसीम रिजवी, नदीम रिजवी, जिशान रिजवी, एसएम आसिफ, एसएम जावेद, पत्रकार शारिब खान, पत्रकार आदिल रशीद, शहजाद रिजवी, फैजान हैदर, जुनैद आलम, अता इमाम रिजवी समेत अन्य मौजूद थे।