पहलवानों के सपोर्ट में UWW, कहा-45 दिनों में WFI के चुनाव नहीं हुए तो भारत होगा निलंबित
यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग कई महीनों से भारत के इस हालात को लेकर चिंतित हैं और नजर रख रहा है।
युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) ने भारत में पहलवानों के हिरासत में लिए जाने की कड़ी निंदा की। मंगलवार को UWW ने अपने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 45 दिनों के भीतर भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव नहीं होते हैं तो भारत को निलंबित कर दिया जाएगा।
यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने अब तक की जांच के परिणामों पर अपनी निराशा व्यक्त करते हुए अधिकारियों से बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोपों की गहन और निष्पक्ष जांच करने का आग्रह किया।
UWW ने अपने बयान में कहा, “युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग कई महीनों से भारत के इस हालात को लेकर चिंतित हैं और नजर रख रहा है। भारतीय पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ उत्पीड़न और शोषण के आरोपों को देकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं ।’’ हमने देखा है कि WFI अध्यक्ष को शुरूआत में ही अलग कर दिया गया और वह अब कुश्ती महासंघ का कामकाज नहीं देख रहे हैं । पिछले कुछ दिनों की घटनाएं और भी चिंताजनक हैं, क्योंकि पहलवालों को पुलिस ने प्रदर्शन के कारण अस्थायी तौर पर हिरासत में लिया है। उनके प्रदर्शन स्थल को भी खाली करा लिया गया । हम पहलवानों को हिरासत में लिये जाने की निंदा करते हैं । इसके अलावा अभी तक जांच के नतीजे नहीं आने पर भी निराशा व्यक्त करते हैं । हम संबंधित अधिकारियों से मामले की निष्पक्ष और संपूर्ण जांच कराने का अनुरोध करते हैं ।’’
इसमें कहा गया , ‘‘हम पहलवानों से उनकी स्थिति और सुरक्षा को लेकर बात करेंगे। हम पहलवानों की शिकायतों के निष्पक्ष और न्यायसंगत समाधान के पक्षधर हैं ।’’
UWW ने कहा ,‘‘अंत में हम IOA और तदर्थ समिति से अगली आमसभा की बैठक के बारे में जानकारी चाहते हैं। चुनाव के लिये दी गई 45 दिन की समय सीमा का सम्मान किया जाये। इसके भीतर चुनाव नहीं होने पर WFI को निलंबित किया जा सकता है जिससे खिलाड़ी तटस्थ ध्वज तले खेलेंगे ।’’
समझिए पूरे मसले को
- दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर पहलवानों के विरोध-प्रदर्शन को लेकर पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के साथ-साथ आयोजकों और उनके समर्थकों के खिलाफ दंगा करने तथा सरकारी कर्मचारियों के काम में बाधा डालने के आरोप में रविवार को एफआईआर दर्ज की थी।
- दिल्ली पुलिस ने उन्हें रविवार को सुरक्षा घेरा तोड़कर महिला ‘महापंचायत’ के लिए नये संसद भवन की ओर बढ़ने की कोशिश करने के बाद कानून-व्यवस्था के उल्लंघन को लेकर हिरासत में लिया था।
- मंगलवार को भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने वाली साक्षी मलिक, विनेश फोगट और बजरंग पूनिया सहित देश के शीर्ष पहलवान अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ हरिद्वार में पवित्र गंगा में अपने पदक बहाने गये थे।
- सभी पहलवानों ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर करते हुए लिखा था कि “हम अपने मेडल आज शाम 6 बजे हरिद्वार में गंगा नदी में बहा देंगे। गंगा हमारी मां हैं, जितना पवित्र हम गंगा को मानते हैं, उतनी ही पवित्रता से हमने मेहनत करके ये सारे मेडल जीते थे।”
- दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने और जंतर-मंतर में धरना स्थल से हटा दिये जाने के बाद देश के शीर्ष पहलवानों ने कहा था कि वे कड़ी मेहनत से जीते अपने पदक गंगा नदी में बहा देंगे और इंडिया गेट पर ‘आमरण अनशन’ पर बैठेंगे।
- हालांकि दिल्ली पुलिस ने कहा कि वे इंडिया गेट पर उन्हें प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं देंगे क्योंकि यह राष्ट्रीय स्मारक है, प्रदर्शन करने की जगह नहीं।