झारखंड में गुजर गया कोरोना का पीक, राज्य में कोरोना अब ढलान पर, एक जून से मिलेगी राहत, ये आपके संयम की जीत है
रविवार को मिले 2321 पॉजिटिव मरीज, 7119 लोग स्वस्थ हुए
कोरोना संक्रमण की वजह से आठ अप्रैल से ही पाबंदिया झेल रहे झारखंड के लोगो के लिए बड़े राहत की खबर है. स्थिति जल्द सामान्य होने की उम्मीद अब और बढ़ गयी है. आईआईटी कानपुर समेत देश के अन्य स्वास्थ विशेषज्ञों ने दावा किया है कि झारखंड से संक्रमण की दूसरी लहर का पीक 28 अप्रैल को गुजर गया है. जो राज्य के लिए सुखद संकेत है.
28 अप्रैल को राज्य में सर्वाधिक 8095 मामले सामने आये थे. राज्य का रिकवरी रेट दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. जबकि पॉजिटिविटी रेट घट रहा है. ऐसा राज्य के लोगो के संयम से ही संभव हो पाया है. राज्य में मौतों का आंकड़ा 70% तक गिर चुका है. राज्य का रिकवरी रेट भी राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है. देश का रिकवरी रेट जहां 83.8 फीसदी है, तो वहीं झारखंड का रिकवरी रेट 84.1 फीसदी हो गया है. विशेषज्ञों ने दावा किया है कि एक जून के बाद राज्य में दूसरी लहर पूरी तरह ढल चुकी होगी, हालांकि तब भी संक्रमण को रोकने के लिए सामाजिक दूरी और मास्क के उपयोग पर बल देना जरूरी होगा. विशेषज्ञों ने कहा है कि तीसरी लहर कब आएगी, ये कोई नहीं जानता मगर ये इतनी जल्दी नहीं आएगी. उसमे अभी काफी वक़्त लगेगा. तीसरी लहर का लोगो पर क्या प्रभाव पड़ेगा ये भी फिलहाल अनुमान लगाना मुश्किल है. तबतक वैक्सीनेशन की रफ़्तार को कई गुणा बढ़ाने की जरूरत है. ताकि तीसरी लहर से लोग इम्यून हो सके और ये कम से कम नुक्सान पहुंचाए.
16 मई को राज्य में 7119 लोग कोरोना से ठीक हुए. जबकि 2321 नए संक्रमित मिले. संक्रमितों का आंकड़ा घटता जा रहा है. जो सुखद संकेत है. राज्य में एक मई से 16 मई तक आये बदलाव को अगर देखे तो एक मई को संक्रमण दर 20% थी जो 16 मई तक घटकर 5.76% तक रह गयी है. एक मई को 159 लोगो की जान चली गयी थी. जबकि 16 मई को मृतकों का आंकड़ा 48 था. राजधानी रांची ने तो और शानदार रिकवरी दर्ज की है. रविवार को जहां रांची से 255 मरीज मिले. तो वही कोरोना से ठीक होने वालो का आंकड़ा 2260 रहा.