मूलवासी सदानों की भी सुने सरकार : डॉ.आरपी साहु
रांची। सदान विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.आरपी साहू ने कहा है कि झारखंड में मूलवासी सदान वर्षों से उपेक्षित हैं। झारखंड अलग राज्य निर्माण में यहां के मूलवासी सदानों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। लेकिन अलग राज्य गठन के बाद से ही यहां के मूल निवासी सदान उपेक्षा का दंश झेलने को विवश हैं। डॉ.साहू ने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार से झारखंड के मूलवासी सदानों को काफी अपेक्षाएं हैं। अलग झारखंड राज्य के लिए आंदोलन में यहां के आदिवासी समुदाय के साथ-साथ मूलवासी सदानों ने भी काफी संघर्ष किया। लेकिन उन्हें अब तक वाजिब हक नहीं मिल पाया है। डॉ.साहु ने कहा कि झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार जिस प्रकार आदिवासी समुदाय को विधि-सम्मत सुविधाएं मुहैया करा रही हैं, उसी प्रकार यहां के मूलवासी सदानों को भी सुविधाएं प्रदान करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उभरे वैश्विक संकट कोरोना संक्रमण काल के दौरान काफी संख्या में सदानों के समक्ष रोजी- रोजगार की समस्या उत्पन्न हो गई है। मूलवासी सदान रोजगार की तलाश में अन्य राज्यों का रुख करने को विवश हो रहे हैं। ऐसे में सरकार को सदानों के लिए भी विशेष रूप से योजनाएं बनाकर उन्हें सहयोग करने की आवश्यकता है। ताकि झारखंड के मूलवासी सदानों का पलायन रुक सके और उन्हें अपने राज्य में ही रोजगार प्राप्त हो सके। उन्होंने इस दिशा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखते हुए सकारात्मक पहल करने का अनुरोध किया है।