ग्रीष्म ऋतु में 4 जून तक भगवान श्री कृष्ण का विशेष चंदन श्रृंगार महोत्सव

चंदन श्रृंगार महोत्सव का कार्यक्रम 21 दिनों तक चलेगा । यानी 15 मई से लेकर 4 जून तक होगा।

ग्रीष्म ऋतु में 4 जून तक भगवान श्री कृष्ण का विशेष चंदन श्रृंगार महोत्सव

गया

शहर के जीबी रोड स्थित गोरिया मठ में भगवान श्री कृष्ण को भीषण गर्मी से निजात के लिए चंदन श्रृंगार का किया गया है। चंदन श्रृंगार महोत्सव का कार्यक्रम 21 दिनों तक चलेगा । यानी 15 मई से लेकर 4 जून तक होगा। श्री कृष्ण को फूल-माला आदि से वैभव श्रृंगार किया गया, श्री कृष्ण के साथ राधा, भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभ्रदा का भी विशेष रूप से सिंगार किया गया है। लगातार दूसरे साल भी कोरोना महामारी को देखते हुए एवं लॉकडाउन का पालन करते हुए श्रृद्धांजलिओं को श्रृंगार में शामिल होने से वंचित रखा गया है।

गोरिया मठ के पुजारी उत्तम श्लोक जी महाराज ने बताया कि ग्रीष्म ऋतु में भगवान श्री कृष्ण का प्रतिदिन चंदन, गुलाब जल व कपूर मिश्रित लेप लगाकर उन्हें शीतलता प्रदान की जाएगी है। 21 दिनों तक हर रोज लेप हटेगा और नया लेप लगेगा। मौसम के अनुसार भगवान को भोग लगाए जाते हैं और कपड़े पहनाए जाते हैं, गर्मी को ध्यान में रखते हुए इस वक्त सभी भगवान को सुबह में माखन, मिश्री, पूड़ी, सब्जी, खीर, हलवा, पकवान के भोग लगेंगा। दोपहर में दही, लस्सी व राजभोग आदि और शाम को फल व शरबत और संध्या आरती के बाद रोटी सब्जी व मिष्ठान का भोग लगाए जा रहे हैं। सभी को सूती हल्के बस्त्र पहनाए जा रहे हैं, मार्च से गर्मी को लेकर भोग व कपड़े बदल जाते हैं। हालांकि वैश्विक कोरोना महामारी एवं लॉकडाउन के कारण श्रद्धालुओं के लिए मठ बंद है, 85 सालों में यह दूसरा मौका है जब श्रद्धालु अक्षय तृतीया की शाम भगवान के गोरे स्वरूप व विशेष श्रृंगार का दर्शन नहीं कर पाये है। बतादें कि गया शहर के गोरिया मठ में 1936 से चंदन श्रृंगार महोत्सव मनाया जा रहा है। यहां इसकी शुरुआत भक्ति सिद्धांत सरस्वती स्वामी प्रभुपाद ने की थी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक दिन भगवान श्री कृष्ण के चरणों में बैठ वैश्विक महामारी कोरोनावायरस को नष्ट करने के लिए विशेष प्रार्थना होगी।