मानवता की मिसाल, शवों की अंत्येष्टि के लिए जरूरतमंदों को सहायता करने में जुटे हैं तुषार कांति

मानवता की मिसाल, शवों की अंत्येष्टि के लिए जरूरतमंदों को सहायता करने में जुटे हैं तुषार कांति

रांची। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण काल के दौरान हर स्तर पर लोग एक दूसरे की सहायता में जुटे हैं। कुछ समाजसेवियों की ओर से इस आपदा काल में मानव सेवा की मिसाल पेश की जा रही हैं।
ऐसे ही समाजसेवियों में एक नाम शामिल है तुषार कांति शीट का।
राजधानी रांची के निवारणपुर मुहल्ला स्थित आम्रपाली अपार्टमेंट निवासी शहर के जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता तुषार कांति सामाजिक संस्था श्रीरामकृष्ण सेवा संघ के सहायक सचिव हैं।
विगत वर्ष कोरोना से बचाव के मद्देनजर देश में लागू लॉकडाउन के दौरान उन्होंने समाज सेवा के क्षेत्र में कई ऐसे उल्लेखनीय कार्य किए, जो मील का पत्थर साबित हुए हैं। श्री शीट के उत्कृष्ट कार्यों और मानव सेवा के प्रति समर्पण को देखते हुए देश की दर्जनाधिक नामचीन संस्थाओं ने उन्हें कोरोना वाॅरियर के रूप में सम्मानित किया।
गरीब, बेसहारा व जरूरतमंद कोरोना संक्रमित मरीजों व उनके परिजनों को हर संभव सहायता करने के लिए सदैव तत्पर रहना उनकी दिनचर्या में शुमार है।
वर्तमान समय में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लोगों को हो रही दिक्कतों को देखते हुए श्री शीट ने अपने स्तर से हर संभव सहयोग करने का संकल्प लिया है। इस संकल्प के तहत वे निस्वार्थ भाव से मानव सेवा में जुटे हुए हैं।
वर्तमान समय में कोरोना के कहर से त्रस्त लोगों और जरूरतमंदों को हर प्रकार की सेवा के प्रति वे समर्पित भाव से लगे हैं। यही नहीं, जब शहर के श्मशान घाटों पर कोरोना संक्रमित शवों की अंत्येष्टि के लिए लकड़ियां कम पड़ रही थी, वैसे समय में उन्होंने जरूरतमंद लोगों को श्मशान घाट तक लकड़ियां उपलब्ध कराने में भी सहायता की। उन्होंने बताया कि विगत एक माह से वह शहर स्थित विभिन्न श्मशान घाटों पर तकरीबन दर्जनभर शवों की अंत्येष्टि के लिए पर्याप्त मात्रा में लकड़ियां उपलब्ध कराई।
कोरोना संक्रमण से पीड़ित कई गरीब व जरूरतमंद मरीजों को जरूरत के अनुसार वह दवाइयां व अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराते रहे हैं।
पेशे से व्यवसायी श्री शीट का मानना है कि मानव सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं होता है। मनुष्य को ऐसे आपदा के समय विशेष रूप से एक दूसरों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। जरूरतमंदों और पीड़ितों की सेवा करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है। कुछ सक्षम दानदाताओं तथा सामाजिक व धार्मिक प्रवृत्ति के लोगों से जुड़े रहकर उनसे भी वह पीड़ितों की मदद के लिए समय-समय पर सहयोग लिया करते हैं। इस पुनीत कार्य में उनके मित्रगण व श्रीरामकृष्ण सेवा संघ से जुड़े सदस्यगण भी यथासंभव सहयोग करते रहते हैं। श्री शीट का मानना है कि आपदा की घड़ी में मनुष्य को जरूरतमंदों की सहायता करने के लिए सदैव अग्रसर रहना चाहिए। तभी मानव जीवन का उद्देश्य सफल हो सकता है।