अधिवक्ता के हत्यारे हुए गिरफ्तार, कहा-अधिवक्ता ने मेरे साथ की थी मारपीट इसलिए हत्या की
हत्यारों के पास से पुलिस ने एक पिस्टल, दो जिंदा गोली बरामद किये है. हत्यारे रोशन मुंडा और संदीप मुंडा की गिरफ्तारी अनगड़ा थाना क्षेत्र के महेशपुर बागानटोली से हुई जबकि संदीप कालिंदी की गिरफ्तारी सिल्ली से हुई.
इन अपराधियों के पास पुलिस ने एक पिस्टल, दो जिंदा गोली बरामद किये है. रोशन मुंडा और संदीप मुंडा की गिरफ्तारी अनगड़ा थाना क्षेत्र के महेशपुर बागानटोली से हुई जबकि संदीप कालिंदी की गिरफ्तारी सिल्ली से हुई. इस मामले का खुलासा करने में कोतवाली डीएसपी की अहम भूमिका रही. रविवार को एसएसपी चंदन सिन्हा और सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी.
अनगड़ा के बागानटोली में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़
अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम कोतवाली डीएसपी के नेतृत्व में अनगड़ा के बागानटोली पहुंची थी तो अपराधियों ने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो राउंड फायरिंग की. जिसके बाद अपराधी रोशन मुंडा ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. इसके बाद पुलिस ने उसके मददगार संदीप मुंडा को भी गिरफ्तार कर लिया. जबकि उसका सहयोगी संदीप कालिंदी नाम का अपराधी फायरिंग करते हुए भागने में सफल रहा. बाद में पुलिस ने उसे सिल्ली से गिरफ्तार किया.
अधिवक्ता ने मेरे साथ मारपीट की थी, इसलिए की हत्या
मुख्य आरोपी रोशन ने कहा कि अधिवक्ता ने घटना के दिन उसके साथ मारपीट की थी. उसने कहा कि अधिवक्ता पूजा करने के लिए मंदिर जा रहा था, इसी दौरान वह अधिवक्ता से टकरा गया. जिस वजह से अधिवक्ता का पूजा का सामान गिर गया. जिसके बाद अधिवक्ता ने उसके साथ बेरहमी से मारपीट की. उसके आंख के सामने अंधेरा छा गया. इसी गुस्से में उसने कुछ ही देर के बाद अधिवक्ता की उसके घर के सामने ही चाकू मारकर हत्या कर दी.
जबकि संदीप कालिंदी ने कहा अधिवक्ता के द्वारा मेरा केस लड़ने के लिए ज्यादा पैसा मांगा जा रहा था, इसे लेकर भी विवाद हुआ था. जिसके बाद उसकी हत्या कर दी. हालांकि पुलिस को इस मामले में कुछ और भी तथ्य हाथ लग सकते है. पुलिस इसकी जांच कर रही है.
डीजीपी मृतक के परिजनों से की थी मुलाकात
सुखदेवनगर थाना क्षेत्र मधुकम स्थित महुआ टोली में सिविल कोर्ट के वकील गोपाल कृष्ण उर्फ गोपी बाबू की शुक्रवार को हत्या कर दी गयी थी. इस घटना के दूसरे दिन शनिवार को डीजीपी डीजीपी अनुराग गुप्ता अधिवक्ता के परिजनों से मिलने उनके घर पहुंचे. डीजीपी ने गोपी बाबू की मां, पत्नी से काफी देर तक बातचीत की. उन्हें अपराधियों के जल्द से गिरफ्तारी का आश्वासन दिया था. इस दौरान डीजीपी ने परिजनों से कारण जानने का भी प्रयास किया, लेकिन घरवाले इससे संबंधित कोई जानकारी नहीं होने के कारण कुछ बता नहीं पाये थे.