मनरेगा में नौकरी देने के नाम पर धोखाधड़ी,7 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी

बेरोजगार युवाओं से नौकरी के नाम पर पैसे ठगने का आरोप।मनरेगा मजदूर विकास संगठन पर दर्ज किया गया एफआईआर।उप विकास आयुक्त, श्री विशाल सागर के नेतृत्व में टीम ने की कार्रवाई कर संस्थान के दफ्तर को किया सील।

मनरेगा में नौकरी देने के नाम पर धोखाधड़ी,7 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी

रांची:

झारखंड की राजधानी रांची में मनरेगा में नौकरी के देने नाम पर बेरोजगार युवाओं से पैसे ठगने वाले संस्थान का भंडाफोड़ हुआ है। उप विकास आयुक्त रांची श्री विशाल सागर के नेतृत्व में पुलिस-प्रशासन की टीम ने अरगोड़ा रोड नंबर-1 चल रहे मनरेगा मजदूर विकास संगठन की जांच करने के बाद ये कार्रवाई की। इस दौरान एसडीओ रांची श्री दीपक कुमार दुबे, अंचल अधिकारी अरगोड़ा श्री अरविंद कुमार और अरगोड़ा थाना प्रभारी मौजूद थे।

1 महीने से चल रहा था ठगी का खेल

बेरोजगार युवाओं को मनरेगा में नौकरी देने के नाम पर पैसे ठगने का यह पूरा खेल पिछले 1 महीने से चल रहा था। संस्थान ने अशोक नगर, रोड नंबर-1 D/84 में अपना कार्यालय बनाया था, जहां संगठन में विभिन्न पदों पर कार्यरत 7 लोग बेरोजगार युवाओं से पैसे ठगने का कार्य कर रहे थे।

गिरिडीह के 2 युवाओं से ठगे गए पैसे

मनरेगा मजदूर विकास संगठन के कार्यालय के जांच के दौरान नौकरी के लिए प्राप्त आवेदनों में से दो आवेदकों से बातचीत की गई। ये दोनों आवेदक गिरिडीह के हैं। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि नौकरी और किट उपलब्ध कराने के नाम पर इन से हजारों रुपए वसूले गए लेकिन अब तक नौकरी नहीं मिली। कार्रवाई करते हुए संस्थान के दफ्तर को भी सील कर दिया गया है।

सभी नामजद अभियुक्त बिहार के वैशाली और मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं

इस पूरे मामले में जालसाजी और धोखाधड़ी करने के आरोप में 7 लोगों के खिलाफ अरगोड़ा थाने में अंचल अधिकारी अरगोड़ा श्री अरविंद कुमार ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। ये सभी मनरेगा मजदूर विकास संगठन के सदस्य हैं और सभी बिहार के वैशाली और मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं, जिनके नाम निम्न हैं:-

  1. सुगंध कुमार
  2. अभय कुमार
  3. संजू देवी
  4. प्रिंस कुमार
  5. असीत सिंह
  6. अभिषेक कुमार
  7. राजेश कुमार