बिहार की भूजलीय स्थिति का जायजा लेने पहुंचे केंद्रीय भूमि जल बोर्ड के 27 प्रशिक्षु पदाधिकारी

नालंदा और गया में केन्द्रीय भूमि जल बोर्ड द्वारा किये गए और वर्तमान में चल रहे विभिन्न गतिविधियां सहित लघु जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार द्वारा निर्मित कृत्रिम पुनर्भरण संरचनाओं का जायजा लेंगे।

बिहार की भूजलीय स्थिति का जायजा लेने पहुंचे केंद्रीय भूमि जल बोर्ड के 27 प्रशिक्षु पदाधिकारी

पटना : केंद्रीय भूमि जल बोर्ड, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार के विभिन्न राज्यों के नव-नियुक्त 27 अधिकारी प्रशिक्षु (वैज्ञानिक-‘ख’) उनके एक वर्षीय ILTC प्रशिक्षण के अंतर्गत देश के विभिन्न भूजलीय क्षेत्रों के अध्ययन के दौरे पर हैं। इसी क्रम में बिहार की भूजलीय स्थिति और भूजल सम्बंधित विभिन्न आयामों के अध्ययन हेतु एक सप्ताह (दिनांक 24.02.2025 से 28.02.2025) की अवधि के लिए केन्द्रीय भूमि जल बोर्ड, मध्य-पूर्वी क्षेत्र, पटना आए हैं। श्री राजीव रंजन शुक्ला, क्षेत्रीय निदेशक, केन्द्रीय भूमि जल बोर्ड, मध्य-पूर्वी क्षेत्र, पटना द्वारा प्रशिक्षु अधिकारियों का स्वागत किया गया।

प्रशिक्षण के दौरान उन्हें नालंदा और गया में केन्द्रीय भूमि जल बोर्ड द्वारा किये गए और वर्तमान में चल रहे विभिन्न गतिविधियों को दिखाया जाएगा। नालंदा और गया जिले लघु जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार द्वारा निर्मित कृत्रिम पुनर्भरण संरचनाओं को दिखाया जाएगा। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, बिहार सरकार द्वारा निर्मित फ्लोराइड रिमूवल प्लांट और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी प्रशिक्षुओं को दिखाया जाएगा। भूजलीय आयामों के अध्ययन के उद्देश्य से राजगीर स्थित गर्म कुण्ड का भ्रमण प्रशिक्षुओं को कराया जाएगा। फील्ड अध्ययन के दौरान श्री आलोक कुमार सिन्हा, वैज्ञानिक-‘घ’ द्वारा इन्फिल्टरेशन टेस्ट भी कराया जाना है। 

श्री पंकज कुमार, वैज्ञानिक-‘घ’ द्वारा बिहार की भूजलीय परिस्थिति पर एक व्याख्यान दिया गया। इन प्रशिक्षु अधिकारियों के प्रशिक्षण की नोडल अधिकारी श्रीमती सोनम, वैज्ञानिक-‘घ’ ने इस दौरे में प्रशिक्षण के विभिन्न विषयों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।