विश्व हिंदू परिषद,बजरंग दल ने बंगाल के मुख्यमंत्री का पुतला फूंका
विश्व हिंदू परिषद,बजरंग दल ने बंगाल के मुख्यमंत्री का पुतला फूंका

गया। विष्णुपद मन्दिर के प्रांगण से विश्व हिंदू परिषद,बजरंग दल के द्वारा बंगाल में हो रहे हिंदुओ पर अत्याचार के विरोध एवं तुष्टिकरण के राजनीति के कारण मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के द्वारा कुछ संज्ञान नही लेने के विरुद्ध आकोश मार्च विरोध प्रदर्शन सह पुतला दहन अहिल्याबाई चौक (चाँदचोरा)में ममता बनर्जी का किया गया एवं एक प्रतिनिधिमंडल के द्वारा राष्ट्रपति शासन लगाने हेतु महामहिम राष्ट्रपति महोदया के नाम गया जिलाधिकारी को ज्ञापन सौपा गया ।इस दौरन विश्व हिंदू परिषद जे प्रान्त उपाध्यक्ष डॉ नंदकिशोर गुप्ता एवं महानगर अध्यक्ष कृष्णकांत त्रिपाठी ने हिंदू समाज को संबोधित करते हुए कहा जिस प्रकार से वक्फ कानून के विरोध की आड़ में संपूर्ण बंगाल को हिंसा की आग में जलाया जा रहा है, हिंदुओं को प्रताड़ित किया जा रहा है, राष्ट्र विरोधी और हिंदू विरोधी तत्वों को निर्बाध रूप से अपने षडयंत्रों को क्रियान्वित करने की खुली छूट दी जा रही है, उससे स्पष्ट लगता है कि बंगाल की स्थिति अत्यधिक चिंताजनक है। मुर्शिदाबाद से प्रारम्भ हुई यह भीषण हिंसा अब संपूर्ण बंगाल में फैलती हुई दिखाई दे रही है। शासकीय तंत्र दंगाइयों के सामने केवल निष्क्रिय ही नहीं अपितु कई स्थानों पर इनका सहायक या प्रेरक बन गया है। इससे पहले कि स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाए, केंद्र सरकार को प्रशासन का नियंत्रण व संचालन अपने हाथ में लेकर राष्ट्र विरोधी व हिंदू विरोधी तत्वों को उनके कुकर्मों के लिए कठोरता सजा दिलवानी चाहिए।जो पीड़ित है उनके पास जाकर उनकी चिंता एवं सहायता करने की अपेक्षा सुश्री ममता बनर्जी दंगा भड़काने वाले इमामो से मिल रही है जिनमें से एक इमाम ने एक दिन पहले ही धमकी दी थी कि "अगर ममता बनर्जी ने उनका साथ नहीं दिया तो वह उसकी औकात बता देंगे।" अब ये सारे तथ्य सामने आने पर यह समाचार मिल रहा है कि ममता जी अब शरणार्थियों को सुविधा देने की जगह उनको वापस जेहादियों के सामने जबरन परोसने का षड्यंत्र कर रही है। आज यह हिंसा मुर्शिदाबाद से निकलकर संपूर्ण बंगाल में फैलती जा रही है। अब यह बंगाल तक भी सीमित नहीं रहेगी। इसलिए देश की जनता मांग करती है कि:
1. बंगाल में अविलंब राष्ट्रपति शासन लगाया जाए ।
2.बंगाल की हिंसा की जांच NIA के द्वारा करवाई जाए और दोषियों को अविलंब दंडित किया जाए ।
3.बंगाल की कानून व्यवस्था का संचालन केंद्रीय सुरक्षा बलों के हाथों में दिया जाए।
4. बांग्लादेशी व रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान कर उनको निष्कासित किया जाए। बंगाल व बांग्लादेश की 450 किलोमीटर की सीमा पर तार लगाने का काम अविलंब प्रारंभ किया जाए जिसे ममता बनर्जी ने रोका हुआ था।
हमें विश्वास है की राष्ट्र की सर्वभौंमिक्ता और साम्प्रदायिक सदभाव बनाये रखने के लिए आप अविलम्ब और त्वरित कार्यवाही करेंगी।
इस दौरन विरोध प्रदर्शन सहित ज्ञापन सौपने के इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष डॉ नंदकिशोर गुप्ता,सह प्रान्त गौरक्षा प्रमुख रबीन्द्र राय, प्रांत प्रवर्तन प्रमुख प्रेम नाथ टाइयां,विभाग संगठन मंत्री सूरज प्रताप, महानगर मंत्री राजीव कुमार,महानगर सह मंत्री विक्रम गुर्दा,महानगर सहसंयोजक गोलू कुमार,परशुराम बाबा, रूपल रौशन, अभिनय कुमार सिन्हा,शशांक कुमार सिंह , दीपक पांडे,राणा रंजीत,टिंकू गोस्वामी,सहित विश्व हिंदू परिषद,बजरंग दल के दर्जनों की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।