wrestlers-brijbhushan case: दिल्ली पुलिस की माँग पर 4 महिला पहलवानों ने दिये सबूत, कल होनी है चार्जशीट दाखिल
वरिष्ठ अधिकारियों के बीच इस बात पर मंथन चल रहा है कि कोर्ट में चार्जशीट लगाई जाए या क्लोजर रिपोर्ट
बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली 6 महिला पहलवानों में से 4 ने दिल्ली पुलिस को ऑडियो, वीडियो के रूप में सुबूत उपलब्ध करा दिए हैं। साथ ही महिला पहलवानों ने दिल्ली पुलिस को व्हाट्सएप चैट भी सुबूत के रूप में सौंपे हैं। दिल्ली पुलिस ने महिला पहलवानों से हाल ही में वह सबूत सौंपने के लिए कहा था, जो उनके आरोपों को साबित करने के लिए पर्याप्त हों। हालांकि, सबूत मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने इन्हें खिलाड़ियों के आरोप को साबित करने के लिए अपर्याप्त बताते हुए और सबूत देने की मांग की है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि महिला खिलाड़ी अपने पक्ष में जितने सबूत दे सकेंगे केस उतना ही अधिक मजबूत होगा। वहीं दो महिला पहलवानों ने अभी तक कोई सबूत नहीं दिया है।
बृजभूषण शरण सिंह पर लगे यौन शोषण मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस को 15 जून तक कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करनी है। इसे लेकर दिल्ली पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में मीटिंग चल रही है। पुलिस सूत्रों की मानें तो पिछले 15 दिनों से रोजाना इस मामले पर वरिष्ठ अधिकारी जांच टीमों से मीटिंग में रिपोर्ट ले रहे हैं। उल्लेखनीय है कि खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और गृह मंत्री अमित शाह से पहलवानों की मुलाकात के बाद मामले की जांच में तेजी आई है।
बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली छह महिला पहलवानों में से चार ने दिल्ली पुलिस को ऑडियो, वीडियो के साक्ष्य उपलब्ध करा दिए हैं। साथ ही महिला पहलवानों ने दिल्ली पुलिस को व्हाट्स एप चैट भी सुबूत के रूप में सौंपे हैं। दिल्ली पुलिस ने महिला पहलवानों से हाल ही में वह साक्ष्य सौंपने के लिए कहा था, जो उनके आरोपों को साबित करने के लिए पर्याप्त हों। सूत्रों के अनुसार साक्ष्य मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने इन्हें खिलाड़ियों के आरोप को साबित करने के लिए अपर्याप्त बताते हुए और सबूत देने की मांग की है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि महिला खिलाड़ी अपने पक्ष में जितने साक्ष्य दे सकेंगे केस उतना ही अधिक मजबूत होगा। वहीं दो महिला पहलवानों ने अब तक कोई साक्ष्य नहीं दिया है।
वरिष्ठ अधिकारियों के बीच इस बात पर मंथन चल रहा है कि कोर्ट में चार्जशीट लगाई जाए या क्लोजर रिपोर्ट । हालाँकि एक नाबालिग पहलवान के द्वारा भेदभाव का आरोप लगाने के कारण क्लोज़र रिपोर्ट की संभावना कम है। 2012 से लेकर 2022 तक के दौरान महिला खिलाड़ियों ने सांसद बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। ऐसे में सबूत जुटाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। इसे लेकर पुलिस में असमंजस है, क्योंकि लगाए गये रिपोर्ट पर कोर्ट में एक एक सवाल का सुबूत के साथ जवाब देना पड़ेगा। एफआईआर दर्ज करने में देरी होने के कारण सुप्रीम कोर्ट के दखल देने से पहले ही पुलिस की किरकिरी हो चुकी है। ऐसा दोबारा न हो, इसलिए पुलिस फूंक फूंक कर कदम रख रही है। जांच टीमें भी कदम कदम पर जॉइंट कमिश्नर लेवल के अधिकारियों से दिशानिर्देश ले रही हैं।
हट सकती है पोक्सो की धाराएं:
बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली नाबालिग पहलवान ने अपने बयान बदल दिये हैं, जिससे बृजभूषण सिंह को कुछ राहत जरूर मिली है। कानून के जानकारों का कहना है कि अब अगर पुलिस कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल करती है तो सिंह के खिलाफ पोक्सो की धाराएं नहीं लगेंगे। हालांकि, नाबालिग पीड़िता ने चैंपियनशिप में चयन के दौरान भेदभाव बरते जाने का आरोप भी लगाया था। भेदभाव मामले को लेकर पुलिस चार्जशीट लगा सकती हैं।
बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए हरियाणा बंद :
इस बीच हरियाणा की खाप पंचायतों ने बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आज हरियाणा बंद कर दिया है। दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में सब्ज़ी की आपूर्ति भी ठप रही। ऐसे में पुलिस पर दोहरा दबाव आ गया है। दिल्ली पुलिस इस मामले की जांच को अंतिम रूप देने में जुटी है।