कोरोना संक्रमण से महिला डॉक्टर की मौत, डीएम ने कार्यपालक को लगाई फटकार, शहर को सैनिटाइज करने का दिया आदेश
गया से अमरेंद्र सिंह की रिपोर्ट
गया : शेरघाटी शहर में कोरोना संक्रमण का बढ़ता आकड़ा लोगों को दिल दहला दे रहा है। वही विश्वव्यापी कोरोना संक्रमण के चपेट में आने वाले व्यक्तियो के लिए जिंदगी और मौत का खतरा बन चुका है। अब यह देखना है कि कोरोना का कहर कब खत्म होता है। सभी व्यक्तियो के मन में दिन रात यही सवाल उठ रहा है कि अब हम लोगों को कोरोना संक्रमण के बीच मे ही रह कर जिंदगी गुजारना होगा या इससे निजात पाने के लिए कोई उपाय हो पाता है या नही। इस कोरोना का कहर से सभी व्यक्तियों के जीवन और कारोवार पर बहुत बुरा असर पड़ा है। कोरोना संक्रमण का तोड़ निकालने के लिए पूरी दुनिया इसके पीछे लगी हुई है। इसकेेे बावजूद अभी तक इस संक्रमण से बचने केे लिए पूर्ण रूप से इसका तोड़ नहींं मिल पाया है। कोरोना संक्रमण के चपेट में शेरघाटी शहर के पावर ग्रिड स्थित एक डॉक्टर महिला कनिका पाण्डे का गया मगध मेडिकल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इस खबर को सुनकर शेरघाटी शहर में हड़कंप मचा हुआ है। कोरोना संक्रमण से मौत होने वाले लोगों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। कनिका पांडे के मौत के बाद उनके परिजनों ने बताया कि तीन चार दिन पूर्व शेरघाटी अनुमंडलीय अस्पताल में कोविड जांच करवायी थी, जो जांच रिपोर्ट में पोजेटिव पाई गई थी। जिससे उनकी सास लेन में काफी तकलीफ हो रहा था।और उन्हें अनुमंडलीय अस्पताल के कोविड वार्ड में आइसोलेट किया गया। ऑक्ससीज़न लेवल काफी कम होने के कारण उनका स्थिति काफी गंभीर होना शुरू हो गया। शेरघाटी अनुमंडलीय अस्पताल के डाॅक्टर ने बेहतर इलाज के लिए गया के मगध मेडिकल रेफर किया गया। जहाँ इलाज के दौरान मगध मेडिकल में मौत हो गई।
इधर डीएम अभिषेक कुमार सिंह ने रविवार को शेरघाटी शहर के अनुमंडलीय अस्पताल में कोविड वार्ड एवं नल-जल का निरीक्षण किया और उन्होंने कार्यपालक ज्योति श्रीवास्तव पर जमकर फटकार लगाते हुए सख्त निर्देश दिया कि पूरे शेरघाटी शहर में सैनिटाइज किया जाए और नल-जल का काम जल्दी पूरा किया जाए।