Bihar Panchayat Chunaw :बाहुबली के मैदान में उतरते ही सभी उम्मीदवार ने नामांकन वापस लिया
बाहुबली ग़ुड्डु यादव ने जब अपनी पत्नी दुलारी देवी को ज़िला परिषद पद के लिए मैदान में उतारा तो पहले से नामांकन किए बाक़ी सभी प्रत्याशियों ने अपना नाम वापस ले लिया।
जमुई:
सरदार के नाम से जाने जाने वाले गुड्डू यादव की पत्नी दुलारी देवी ने जमुई जिला के सिकंदरा के पूर्वी क्षेत्र से जिला पार्षद में निर्विरोध चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया है। जमुई के SDO ने जानकारी दी कि दुलारी देवी को छोड़कर सभी कैंडिडेट अपना नॉमिनेशन वापस ले लिए हैं। जिला परिषद के निर्वाचित पदाधिकारी सह-अनुमंडल अधिकारी अभय कुमार तिवारी ने बताया कि सिकंदरा पूर्वी सीट से छह लोगों ने नामांकन किया था । जिसमें पांच ने अपना नाम वापस ले लिया है। ऐसे में दुलारी देवी एकमात्र उम्मीदवार बच गई हैं। दुलारी देवी सिकंदरा पूर्वी भाग से निर्विरोध निर्वाचित होंगी जिसकी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। इसकी औपचारिक घोषणा बाद में होगी।
दुलारी देवी बाहुबली ग़ुड्डु यादव की पत्नी है। इसके पहले वह सिकंदरा पश्चिमी जिला परिषद क्षेत्र संख्या सात से पहली बार 2011 में चुनी गई थी।वर्ष 2016 में वह क्षेत्र सुरक्षित हो जाने के बाद दुलारी देवी सिकंदरा पूर्वी भाग से चुनाव लड़ी और बड़ी जीत हासिल की थी। चेयरमैन की कुर्सी पर भी दुलारी देवी की दावेदारी मजबूत दिखाई दे रही है। दुलारी देवी के पति गुड्डू यादव अपनी पत्नी को चेयरमेन बनाने के लिए पूर्व से ही काफी प्रयासरत है लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल सकी है। जमुई (Jamui) जिले के सिकंदरा और अलीगंज में बाहुबली कहे जाने वाले गुड्डू यादव पर दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। गुड्डू यादव का नाम जमुई के चर्चित बाहुबलियों में शुमार है। हालांकि कई मामलों में गुड्डू यादव या तो रिहा हो चुका है या जमानत पर है।
बता दें कि 24 सितंबर को पहले चरण में सिकंदरा प्रखंड के लिए मतदान होना है। सोमवार को नाम वापस लेने की अंतिम तिथि थी। बिहार में प्रथम चरण में हो रहे पंचायत चुनाव को लेकर सोमवार को कई उम्मीदवारों ने नाम वापस लिया। नाम वापस लेने वाले प्रत्याशियों में गुड्डू यादव, रंजन कुमार, मनोज सिंह, संतीश धानुक और संजीव सिन्हा शामिल हैं। सिकंदरा पूर्वी भाग जिला पार्षद सीट से कुल छह लोगों ने पर्चा भरा था। बताया जा रहा है कि गुड्डू यादव के बाहुबल के असर को देखते हुए प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापस लिया। इसके कारण एकमात्र प्रत्याशी दुलारी देवी ही अब चुनावी मैदान में रह गई हैं।