जीबीएम कॉलेज की एनसीसी एवं एनएसएस इकाइयों द्वारा अॉनलाइन योग शिविर-सह-विचारगोष्ठी का आयोजन
गया । गौतम बुद्ध महिला कॉलेज, गया की एनसीसी एवं एनएसएस इकाइयों द्वारा प्रधानाचार्य प्रो (डॉ) जावैद अशरफ़ के संरक्षण तथा एनसीसी की केयरटेकर अॉफिसर (सीटीओ) डॉ कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी एवं एनएसएस की प्रोग्राम अॉफिसर (पीओ) डॉ प्रियंका कुमारी के संयुक्त समन्वयन में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस- 2023 के लिए निर्दिष्ट विषय ‘वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग’ पर अॉनलाइन योग शिविर-सह-विचारगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ ओंकार की पावन धुन से हुआ। प्रतिभागियों ने अपने-अपने घरों से भस्त्रिका, भ्रामरी, अनुलोम-विलोम, कपालभाति, सूर्य नमस्कार आदि योगासन किये। इसके उपरांत छात्राओं को योग के माध्यम से मन को एकाग्र करने की युक्तियांँ सिखलायी गयीं। जीवन में योग के महत्व पर विचार रखते हुए प्रधानाचार्य प्रो. अशरफ़ ने कहा कि स्वास्थ्य से बड़ा धन कुछ भी नहीं है। कहा कि योग के माध्यम से आज समस्त विश्व एकजुट होकर अपने मानसिक तथा शारीरिक स्वास्थ्य को समृद्ध करने हेतु प्रयत्नशील है, जो अत्यंत सुखद बात है। उन्होंने कॉलेज की एनएसएस एवं एनसीसी इकाइयों को इस आयोजन हेतु शुभकामनाएँ दीं। सीटीओ डॉ रश्मि प्रियदर्शनी ने 21 जून को ही मनाये जा रहे विश्व संगीत दिवस का स्मरण दिलाते हुए कहा कि संगीत भी एक योग का ही एक रूप है, जिसके माध्यम से बड़ी ही सरलता से मस्तिष्क, हृदय तथा आत्मा के मध्य समन्वय तथा सामन्जस्य स्थापित किया जा सकता है। एकाग्रचित्त होकर व्यर्थ की चिंताओं से मुक्ति पायी जा सकती है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ प्रियंका ने कहा कि तन तथा मन दोनों को स्वस्थ रखने हेतु नियमित रूप से योग एवं व्यायाम करने की आवश्यकता है। उन्होंने योग दिवस-2023 के थीम “वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग” पर बिंदुवार एवं सविस्तार प्रकाश डाला। धन्यवाद ज्ञापन डॉ रश्मि ने किया।
योग सत्र में डॉ शगुफ्ता अंसारी, डॉ अनामिका कुमारी, डॉ पूजा राय, डॉ फरहीन वज़ीरी, डॉ रुखसाना परवीन, डॉ नगमा शादाब, डॉ पूजा आदि के साथ छात्रा अमीषा भारती, नमन्या, शिल्पा साहनी, सोनाली, दिव्य प्रभा, मोनिका कुमारी, प्रियंका कुमारी आदि की सक्रिय प्रतिभागिता रही।