बिहार पुलिस में दरोगा बहाली के लिए पीटी परीक्षा का परिणाम हुआ जारी, ऐसे जानिए अपना रिज़ल्ट
पहली शिफ्ट की परीक्षा में 223735 अभ्यर्थी और दूसरी शिफ्ट की परीक्षा में 226143 अभ्यर्थी परीक्षा में बैठे थे.
पटना:
बिहार पुलिस में दारोगा पद के लिए हुई परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है. बिहार पुलिस में SI और सार्जेंट के पदों पर भर्ती के लिए आयोजित हुई PT प्रारंभिक लिखित का रिजल्ट जारी हो गया है. परीक्षा परिणाम बिहार पुलिस सबोर्डिनेट सर्विस कमिशन की आधिकारिक वेबसाइट bpssc.bih.nic.in पर जाकर चेक कर सकते हैं.
मालूम हो कि दारोगा के 1998 और सार्जेंट के 215 पदों के लिए 26 दिसम्बर को प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गई थी. इसमें लगभग 6 लाख परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था. बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग ने सफल अभ्यर्थियों की सूची वेबसाइट पर अपलोड कर दी है.
सब-इंस्पेक्टर व सार्जेंट पदों पर भर्ती की मुख्य परीक्षा के लिए 47900 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है. 608736 अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा 26 दिसंबर को दो शिफ्टों में कराई गई थी. इनमें पहली शिफ्ट की परीक्षा में 223735 अभ्यर्थी और दूसरी शिफ्ट की परीक्षा में 226143 अभ्यर्थी परीक्षा में बैठे थे.
दोनों शिफ्टों की परीक्षा में 433271 अभ्यर्थियों को रिजल्ट जारी करने योग्य पाया गया. इन अभ्यर्थियों में 265681 ने 30 फीसदी से अधिक अंक हासिल किए। जबकि 167590 अभ्यर्थियों ने 30 फीसदी से कम मार्क्स हासिल किए. प्रारम्भिक परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया जायेगा. अंतिम रूप से सफल अभ्यर्थियों की मेरिट लिस्ट मुख्य लिखित परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर आरक्षण कोटिवार तैयार की जायेगी.
लिखित परीक्षा में दो या दो से अधिक अभ्यर्थियों के समान अंक प्राप्त करने की स्थिति में मेधा सूची में उनके स्थान का निर्धारण उनकी जन्म तिथि के आधार पर किया जायेगा अर्थात उम्र में वरीय अभ्यर्थी मेधा क्रम में ऊपर रहेंगे. समान अंक प्राप्त करने एवं समान जन्म तिथि वाले दो या दो से अधिक अभ्यर्थियों की स्थिति में मेरिट लिस्ट सूची में उनके स्थान का निर्धारण उनकी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर किया जाएगा अर्थात अधिक शैक्षणिक योग्यता वाले अभ्यर्थी मेधा क्रम में ऊपर रहेंगे.
प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट जारी करने के बाद पुलिस अवर सेवा आयोग दारोगा और सार्जेंट की मुख्य परीक्षा की तैयारी में जुट गया है. यदि कोरोना का संक्रमण इसी तेजी से फैलता रहा तो मुख्य परीक्षा में देर हो सकती है. हालात बेहतर हुए तो आयोग बहुत जल्द मुख्य परीक्षा आयोजित करेगा.