सुरक्षा गार्ड की जगह लेगा ये “रोबोट”, राँची के रहमान ने बनाया “हेरा”

झारखंड के रांची निवासी हमजा रहमान ने बनाया भारत का पहला मानव गार्ड रूपी सुरक्षा रोबोट "हेरा" । यह रोबोट कार्यालयों, बैंकों, कारखानों सहित अन्य संस्थानों/प्रतिष्ठानों में सुरक्षा गार्ड के विकल्प के रूप में स्थापित किया जा सकता है।

सुरक्षा गार्ड की जगह लेगा ये “रोबोट”, राँची के रहमान ने बनाया “हेरा”

राजधानी के चर्च रोड स्थित नाजीर अली लेन निवासी हमजा रहमान ने मानव रूपी सुरक्षा रोबोट ‘हेरा’ तैयार किया है। उनका दावा है कि यह भारत का पहला मानव रूपी सुरक्षा रोबोट है।
यह रोबोट कार्यालयों, बैंकों, कारखानों सहित अन्य संस्थानों/प्रतिष्ठानों में सुरक्षा गार्ड के विकल्प के रूप में स्थापित किया जा सकता है। यह पूरी तरह रिमोट से संचालित है।
इस संबंध में हमजा रहमान ने बताया कि उन्हें बचपन से ही इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्रति उत्सुकता रही है। स्कूली शिक्षा के दौरान भी वह लीजर पीरियड में हमेशा समय का सदुपयोग किया करते थे। इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों और उपकरणों के बारे में नई-नई जानकारियां प्राप्त किया करते थे।
उन्होंने बताया कि एक दिन वह बैंकिंग कार्यों से एक बैंक के कार्यालय में पहुंचे। वहां उन्होंने देखा कि सुरक्षा व्यवस्था नदारद थी। यहां तक कि सुरक्षा गार्ड भी तैनात नहीं थे। उनके मन में यह भाव उत्पन्न हुआ कि यहां तो अपराधी बेखौफ होकर किसी भी आपराधिक घटना को आसानी से अंजाम देकर रफूचक्कर हो सकते हैं। ऐसे में उनके दिमाग में एक मानव रूपी रोबोट बनाने का ख्याल आया। यहीं से उन्हें इसकी प्रेरणा मिली। उन्होंने बताया कि ह्यूमन फॉर्म में सबसे पहले
ह्युम्नाइज्ड सिक्योरिटी रोबोट तैयार करने में उन्हें लगभग छह माह लगे। यह रोबोट सेंसर द्वारा ऑपरेटर के आवाज को ग्रहण कर उसके अनुसार भी कार्य करेगा। वहीं, कार्यालयों/प्रतिष्ठानों में बिना वैध पास के प्रवेश करने वालों को भी रोक सकेगा। यहां तक कि कार्यालय में कोई कर्मी यदि अल्कोहल का सेवन कर प्रवेश करने की कोशिश करेगा तो उसे भी चिन्हित कर अंदर जाने से यह रोबोट रोकेगा।
हमजा की प्रारंभिक शिक्षा नेवरी (विकास) स्थित डीपीएस ग्रेटर से हुई। उन्होंने वहां से 10वीं कक्षा पास की। तत्पश्चात रांची शहर स्थित गुरुनानक हायर सेकेंडरी स्कूल से प्लस टू किया। इसके बाद उनका लक्ष्य रोबोट इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त करने का है। इस दिशा में वह प्रयासरत हैं। उन्होंने बताया कि उनके पिता खलील उर रहमान और बॉलीवुड कलाकार देवेश खान उन्हें इनोवेटिव आईडियाज के लिए प्रेरित करते रहते हैं। माता-पिता की प्रेरणा और आशीर्वाद से वह इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभी मानवरूपी रिमोट संचालित सिक्योरिटी रोबोट तैयार किया गया है। इसके बाद वृहद तौर पर इसके विस्तार की योजना है।
विभिन्न संस्थानों, प्रतिष्ठानों, कार्यालयों आदि जगहों पर सुरक्षा गार्ड के विकल्प के रूप में यह रोबोट स्थापित किया जा सकता है।