महान स्वतंत्रता सेनानी, भारत के कार्ल मार्क्स कहे जाने वाले स्वामी सहजानंद सरस्वती देश के किसान, मजदूर के मसीहा थे
गया । महान स्वतंत्रता सेनानी, भारत के कार्ल मार्क्स कहे जाने वाले किसान मजदूर के मसीहा स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती स्थानीय चौक स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी प्रतिमा स्थल प्रांगण में कांग्रेस पार्टी के तत्वाधान में मनाई गई। सर्वप्रथम स्वामी सहजानंद सरस्वती जी की चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात् उनके व्यक्तित्व एवम् कृतित्व पर विस्तृत प्रकाश डाला गया। जयंती कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह क्षेत्रीय प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू ने कहा कि स्वामी सहजानंद सरस्वती जी का किसानों के संबंध में कहा गया कथन अन्न, वस्त्र उपजाएगा शासन वही चलाएगा, भारत देश उसी का है, कानून वही बनाएगा देश में हमेशा प्रासंगिक रहेगा। वामपंथी विचारक मुरारी शर्मा ने कहा की स्वामी सहजानंद सरस्वती हमेशा कहा करते थे की भगवान और रोटी दोनो बड़े है, किंतु रोटी भगवान से जरुरी है, क्योंकि इसके बिना आप जीवन जी नही सकते। राम नरेश सिंह पयोद ने कहा की स्वामी सहजानंद सरस्वती आजादी की लड़ाई में अंग्रेजी हुकूमत की दातें खट्टे करने वाले वीर योद्धा थे, जिन्होंने हजारीबाग जेल से जयप्रकाश नारायण सहित कई नेताओ को पंद्रह फीट ऊंची दीवार पार करा कर जेल से भागने का काम किए थे, उपस्थित अन्य नेताओ ने कहा की स्वामी सहजानंद सरस्वती के बताए मार्ग पर चलने से ही भारत के किसान मजदूर की उन्नति होगी, सर्वधर्म समभाव, सामाजिक समरसता, ऊंच, नीच का भेदभाव जड़ मूल से समाप्त होगी। गया शहर के वार्ड नंबर 53 में अवस्थित बिहार के दूसरा सबसे बड़ा किसान, मजदूर का पशु मेला भुसंडा मेला ग्राउंड में वर्षो से प्रस्तावित स्वामी सहजानंद सरस्वती की आदम कद प्रतिमा स्थापित करने की मांग स्थानीय प्रशासन एवम् राज्य सरकार से किया।
कार्यक्रम को गया जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष राम प्रमोद सिंह, बाबूलाल प्रसाद सिंह,अमरजीत कुमार, टिंकू गिरी, अभिषेक श्रीवास्तव , शिव कुमार चौरसिया, उदय शंकर पालित, सावन कुमार, बाल्मिकी प्रसाद, जगरूप यादव, जितेंद्र यादव, मो समद, असरफ इमाम, प्रद्युमन दुबे, राजकिशोर शर्मा, चंद्रभूषण मिश्रा, सुरेंद्र मांझी, विनोद उपाध्याय, सुजीत गुप्ता आदि ने संबोधित किया।