पितृ अमावस्या (महालया) पर तीनों कुल पितरों को निमि॔त तर्पण एवं हवण किया:-विनय कुमार प्रभाकर
गया । हिंदू मान्यताओं के अनुसार, पिंडदान मोक्ष प्राप्ति का एक सहज और सरल मार्ग है। यूं तो देश के कई स्थानों में पिंडदान किया जाता है। लेकिन बिहार के फल्गु तट पर बसे गयाजी में पिंडदान का बहुत महत्व है। भाजपा के वरिष्ठ नेता विनय कुमार प्रभाकर ने बताया कि सर्व पितृ अमावस्या (महालया) के अवसर पर अपने तीनों कुलो के पितृ देव्यो को फल्गु नदी में तर्पण एवं हवण किए। ऊं सर्व पितृ देवाय नमः। तीनों कुल में मातृ कुल, पितृ कुल, पूर्वजों कुल को एवं देवकुल के सभी देवताओं को तीलांजली एवं पुष्पांजलि अर्पित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। फल्गु गंगा (निरंजना) के निर्मल धारा में अपने पितरों को निमि॔त तर्पण कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए भगवान विष्णु से प्रार्थना किया। पंडित श्री राजीव मिश्र ने पितृ मंत्राच्चारण पूर्वक पितरों को आवाहन कर तर्पण करवाया। श्री प्रभाकर ने कहा कि वैदिक परंपरा और हिंदू मान्यताओं के अनुसार पितरों के लिए श्रद्धा से श्राद्ध करना एक महान और उत्कृष्ट कार्य है। पिंडदान करने से बेटे को पितृऋण से मुक्ति मिलता है। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में पूर्वजों का स्नेह और अपनत्व मिलते रहा है। इस कारण वे सदैव हमारे हॄदय में रहेंगे। उनकी कृपा सदॄिचार से हमलोग आगे बढ़ रहे हैं। आज वे नहीं है, लेकिन उनके द्वारा किए गए कार्य सहज याद आ जाते है। पंडित राजीव मिश्र के सानिध्य में जितेन्द्र कुमार दिनकर, कृष्णा बाबू, आत्मानंद कुमार, विरेन्द्र कुमार, लल्लू शर्मा एवं अन्य लोगों के साथ तर्पण का सम्पूर्ण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।