श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का गोली मारकर हत्या कर दिया गया

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का गोली मारकर हत्या कर दिया गया

गया । द राजपूत ऑफ बिहार का संस्थापक अध्यक्ष ठाकुर मन्तोष सिंह ने प्रेसविज्ञप्ति जारी कर मिडिया को बताया कि श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह जयपुर में बहुत ही दुःखद ह्रदय विदारक घटना है। घटना सुन कर मन को बहुत ठेस पहुंचा है, बहुत ही सजन व्यक्ति थे, हमने कई वर्षों तक उनके संगठन में गया जिला संयोजन के रुप में कार्य किया है, बहुत ही अच्छे स्वभाव के व्यक्ति थे। पुलिस का रवैया साफ नही दिख रहा है, मैं राजस्थान सरकार और भारत सरकार से मांग करता हूँ कि स्पष्ट जाॅच किया जाए दोषी को कड़ी-से-कड़ी सजा दिया जाए और मृतक के परिवार वाले को जल्द-से-जल्द सुविधा मुहैया करवाया जाए अन्यथा हमलोंग आंदोलनकारी लोंग सरकार को सबक सिखाने से पीछे नही हटेगें।

द राजपूत ऑफ बिहार की प्रमुख मांगे यह है

जब तक लाॅरेन्स विश्नोई और उसकी गैंग का एनकाउंटर ना हो जाए तब तक राजस्थान सहित किसी भी राज्य में शपथ ग्रहण समारोह ना हो।
ईडब्लूएस छात्रवृत्ति या अन्य कोई योजना स्व. सुखदेव सिंह जी के नाम के साथ दी जाए। जब काली बाई भील के नाम छात्रवृत्ति दी जा सकती है तो गोगामेड़ी जी के नाम पर क्यों नही दिया जा सकता। सामान्य आर्थिक पिछड़ों के लिए सरकारी आवासीय विद्यालय बने जिनका नामकरण गोगामेड़ी जी के नाम पर हो। विधिक न्याय 48 घण्टे में हो जाए, चाहे रात भर सुप्रीम कोर्ट खोलना पड़े, हत्या में संलिप्त राजनेताओं पर भी केस दर्ज हो, फांसी से कम सजा ना हो। अब तो केंद्र व राज्य में एक ही सरकार है तो यह कार्य होने में कोई बाधा नही होना चाहिए है। संलिप्त अपराधियों की सम्पति पर बुलडोज़र चलाया जाए, बैंक अकाउंट सीज किए जाए, चुनाव व सरकारी नौकरी पर पाबन्दी लगाई जाए। जयपुर में उनका शहीद स्मारक बनाया जाए, मूर्ति स्थापित की जाए, रोड का नामकरण भी उनके नाम पर हो। सरकारी गौशालाओं का नामकरण गोगामेड़ी जी के नाम हो। गोगामेड़ी जी ने गौ रक्षार्थ बहुत से आन्दोलन किए थे। गोगामेड़ी या जयपुर में सरकारी स्कूल, कॉलेज का नामकरण सुखदेव सिंह जी के नाम पर हो। परिवार के किसी एक सदस्य को राज्य सभा भेजा जाए या राजस्थान में ही राज्य मंत्री का दर्जा दिया जाए । परिवार जन को उचित मुआवजा दिया जाए व आश्रितों को राजपत्रित सरकारी नौकरी दी जाए।