PoK हमारा था, है और रहेगा, वहाँ के लोग भी भारत में शामिल होकर अमन की ज़िंदगी चाहते हैं:राजनाथ सिंह
जब से भारत आजाद हुआ है तब से कई भारत विरोधी ताकतों द्वारा भारत के अंदर अस्थिरता का माहौल पैदा करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। पाकिस्तान की धरती से लगातार बड़े पैमाने पर नापाक कोशिशें की जा रही हैं। हम पहली ऐसी सरकार हैं, जिसने हथियारों के आयात के लिए खुद पर ही प्रतिबंध लगाया है।
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज जम्मू कश्मीर के दौरे पर हैं। जम्मू पहुँचकर सबसे पहले वे जम्मू विश्वविद्यालय में रक्षा कॉन्क्लेव में भाग लिए। जम्मू विश्वविद्यालय के जनरल जोरावर सिंह सभागार में रक्षा मंत्री ने रक्षा कॉन्क्लेव को संबोधित किया। कॉन्क्लेव में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) हमेशा से हमारा हिस्सा है। वहां की जनता भी भारत में शामिल होना चाहती है। भारत की संसद में POK को लेकर सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित है कि वो भारत का हिस्सा था, है और रहेगा। POK में जो पाकिस्तान की सरकार द्वारा जुल्म किया जा रहा है। इससे भविष्य में POK से ही मांग उठेगी कि उन्हें भारत देश में शामिल किया जाए।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के जम्मू पहुँचने पर भाजपा नेताओं ने गर्मजोशी के साथ राजनाथ सिंह का स्वागत किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना और अन्य भाजपा नेता मौजूद रहे।
जम्मू विश्वविद्यालय के रक्षा कॉन्क्लेव में दिये संबोधन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘जम्मू एवं कश्मीर का एक बड़ा हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे में है। वहां के लोग देख रहे हैं कि इस तरफ लोग अमन और चैन के साथ अपनी जिंदगी बिता रहे हैं। वहां जब पाकिस्तान की सरकार द्वारा उन पर जुल्म किया जाता है तो हमें तकलीफ होती है। POK पर सिर्फ गैर कानूनी कब्जा कर लेने से पाकिस्तान की कोई अधिस्थति नहीं बनती है। भारत की संसद में POK को लेकर एक सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित है कि वह भारत का ही हिस्सा है। इस मंशा के एक नहीं कम से कई प्रस्ताव संसद में अब पारित हो चुके हैं।’
पाकिस्तान की नापाक कोशिशें विफल हो रही है
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा, ‘मैं यह दावा नहीं कर रहा हूं कि हमने भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म कर दिया है। यह कोई नहीं कर सकता। इसे सिर्फ भाषण देकर ही कम नहीं किया जा सकता, सिस्टम में बदलाव करके ही इसे कम किया जा सकता है और PM ने ये प्रक्रिया शुरू कर दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में मोदी सरकार के दौरान दुनिया में भारत का कद कई गुना बढ़ा है और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार की प्रमुख उपलब्धियों में से एक है। उन्होंने कहा कि जब से भारत आजाद हुआ है तब से कई भारत विरोधी ताकतों द्वारा भारत के अंदर अस्थिरता का माहौल पैदा करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। पाकिस्तान लगातार बड़े पैमाने पर नापाक कोशिशें कर रहा है। यूपीए सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई नहीं की लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई शुरू की। पहली बार देश ही नहीं बल्कि दुनिया को पता चला कि आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का मतलब क्या है। हमने आतंकवाद की फंडिंग रोक दी है।”
राष्ट्रीय सुरक्षा में भारत आत्मनिर्भर होगा
रक्षा मंत्री ने कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा का ताना बाना तभी मजबूत होगा जब भारत अपनी रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरों पर निर्भर न रहे। आज रक्षा बजट में भारतीय कंपनियों से सामान खरीदने के लिए अलग से भी बजट की व्यवस्था है। अब 75 फीसदी हथियार भारतीय कंपनियों से ही खरीदने की व्यवस्था बना दी गई है। आज किसी भी चुनौती का जवाब देने की हमारी ताकत काफी बढ़ चुकी है। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई ढांचागत सुधार किए जा रहे हैं। आप सब जानते हैं ही कि देश में एक ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ’ का गठन किया गया है। साथ ही रक्षा मंत्रालय में ‘सैन्य मामलों का विभाग’ का भी गठन किया गया है। इन्हें आजादी के बाद भारत में हुए सबसे बड़े रक्षा सुधार के रूप में गिना जाता है।
भारत में ही बनेंगे सेना के हथियार
अपने अनुभवों को साझा करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा की – “पिछले दिनों मैंने दक्षिण भारत का दौरा किया और दक्षिणी नौसेना कमांड सहित भारत के आसपास के समुद्रीय क्षेत्र में नौसेना की ताकत को करीब से अनुभव किया है।आज विश्व की बड़ी से बड़ी नौसेनाएं भारत के साथ मिल कर अभ्यास करना चाहती है। मेरा तो यहां तक मानना है कि इस नए दशक में भारतीय नौसेना दुनिया की टॉप तीन नौसेनाओं में से एक बन जाएगी। भारत अब रक्षा विनिर्माण शुरू कर दिया है। हम पहली ऐसी सरकार हैं, जिसने हथियारों के आयात के लिए खुद पर ही प्रतिबंध लगाया है। हमने सेनाओं की ओर से 411 वस्तुओं की और रक्षा पीएसयू की 4,666 वस्तुओं की सकारात्मक स्वदेशीकरण सूची जारी की हैं। इसमें शामिल लाइन-प्रतिस्थापन योग्य इकाई, हथियार, गोले बारूद, मिसाइल और अन्य रक्षा साजो सामान शामिल हैं, जिनका निर्माण अब केवल और केवल हमारे ही देश में होगा।”