बिहार विधानसभा चुनाव 2020 : आयकर विभाग के रडार पर संदिग्ध उम्मीदवार
पटना : सियासी सरगर्मी तेज होने के साथ ही आयकर विभाग भी हरकत में आ गया है। आयकर विभाग ने बिहार विस चुनाव में नामांकन करने वाले सभी प्रमुख प्रत्याशियों की तरफ से दायर संपत्ति ब्योरा की जांच शुरू कर दी है। इस बार संपत्ति की जांच में कई आयामों पर ध्यान दिया जा रहा है। आयकर रिटर्न के अलावा उनकी चल व अचल संपत्ति के अलावा आय के सभी स्रोत, पारिवारिक स्थिति, निवेश से जुड़े सभी मामलों व बैंक खातों से हुए लेन-देन के तमाम ब्योरा की भी जांच की जा रही है।
नामांकन पत्र के साथ प्रत्याशियों द्वारा चुनाव आयोग में सौंपे गए संपत्ति के ब्योरे की तुलनात्मक जांच में अंतर मिलने पर आयकर विभाग पूछताछ करेगा। खासतौर पर ऐसे जनप्रतिनिधियों के हलफनामे की छानबीन होगी, जिन्होंने आयकर विवरण में पूरी जानकारी नहीं दी अथवा रिटर्न में ऐसी जानकारी छिपा ली। चुनावी प्रक्रिया के बाद ऐसे लोगों को विभाग समन और नोटिस भेजेगा। ऐसे मामलों में स्क्रूटनी, असेसमेंट और सर्वे-छापे जैसी कार्रवाई का भी प्रावधान है।
इस बार संपत्ति की जांच के तहत आयकर महकमा ने खासतौर से वैसे प्रत्याशियों के संपत्ति की जांच शुरू कर दी है, जो करोड़पति या संदिग्ध हैं। इस बार संपत्ति ब्योरा की जांच में खासतौर से कुछ बातों का ध्यान रखा जा रहा है। जिन लोगों ने अपने आयकर रिटर्न में पिछले साल या पिछले तीन-चार वित्तीय वर्ष की तुलना में इस बार कम आय दिखायी है।
साथ ही जिन लोगों ने आय का स्रोत अनुपातिक तौर पर अधिक दिखाया है, उनकी संपत्ति की जांच विशेषतौर पर की जायेगी। जिन लोगों ने संपत्ति का ब्योरा पिछले बार की तुलना में कम या ज्यादा दिखाया है। इसकी भी सघन जांच होगी। पिछले चुनावों में कुछ जनप्रतिनिधियों की संपत्ति की जांच में यह बात सामने आयी थी कि उन्होंने अपनी संपत्ति का आकलन कम कर दिया था।